अकलतरा। (नईदुनिया न्यूज)। विकासखण्ड के 3 शिक्षकों को सेवानिवृत्ति के
बाद भी नियमित वेतनमान प्रदान किया जा रहा है, जो वित्तीय अनियमितता है।
विकासखण्ड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला करुमहु के प्रधानपाठक सुरेश स्वर्णकार जनवरी 2020 में सेवानिवृत्त हुए, लेकिन सेवानिवृत्ति के बाद भी सुरेश स्वर्णकार के खाते में फरवरी, मार्च, अप्रैल एवं मई माह के वेतन का अंतरण किया गया है। इसी प्रकार शासकीय प्राथमिक शाला हरदी की प्रधान पाठक प्रमिला साव एवं शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रसेड़ा में पदस्थ उच्च वर्ग शिक्षक छोटेलाल बंजारे अप्रैल 2020 में सेवानिवृत्त हुए एवं सेवानिवृत्ति के बाद भी उनके खाते में मई माह के वेतन जमा हुआ है। नियमानुसार सेवानिवृत्ति के पश्चात् कर्मचारियों का पेंशन प्रकरण बनाया जाता है एवं उन्हें वेतनमान के स्थान पर पेंशन की पात्रता होती है। विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय में पदस्थ स्थापना मद के लिपिक महेन्द्र हंसा के द्वारा जनवरी माह में सेवानिवृत्त हुए सुरेश स्वर्णकार का फरवरी माह का वेतन बिल बनाकर व मई माह में स्थापना मद के लिपिक विशाल यादव के द्वारा प्रमिला साव एवं छोटेलाल बंजारे के सेवानिवृत्त होने के बाद भी उनका वेतन बिल बनाकर जमा किया गया था, जिसके चलते शिक्षकों को सेवानिवृत्ति के बाद भी नियमित वेतनमान मिल रहा है। विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय अपने कार्य शैली को लेकर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इससे पूर्व तीन लिपिकों भुवन सिदार, महेन्द्र हंसा एवं विकास मसीह को विभिन्न वित्तीय आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया था एवं कुछ दिन पूर्व शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल नरियरा के एक लिपिक द्वारा विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय में बिना अनुमति बैठकर विकासखण्ड के शिक्षकों का एरियर निकालने के एवज में सौदेबाजी करने का मामला भी सामने आया था। इसके बाद भी इस कार्यालय पर नियंतरण नहीं लग पा रहा है।
विकासखण्ड के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला करुमहु के प्रधानपाठक सुरेश स्वर्णकार जनवरी 2020 में सेवानिवृत्त हुए, लेकिन सेवानिवृत्ति के बाद भी सुरेश स्वर्णकार के खाते में फरवरी, मार्च, अप्रैल एवं मई माह के वेतन का अंतरण किया गया है। इसी प्रकार शासकीय प्राथमिक शाला हरदी की प्रधान पाठक प्रमिला साव एवं शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रसेड़ा में पदस्थ उच्च वर्ग शिक्षक छोटेलाल बंजारे अप्रैल 2020 में सेवानिवृत्त हुए एवं सेवानिवृत्ति के बाद भी उनके खाते में मई माह के वेतन जमा हुआ है। नियमानुसार सेवानिवृत्ति के पश्चात् कर्मचारियों का पेंशन प्रकरण बनाया जाता है एवं उन्हें वेतनमान के स्थान पर पेंशन की पात्रता होती है। विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय में पदस्थ स्थापना मद के लिपिक महेन्द्र हंसा के द्वारा जनवरी माह में सेवानिवृत्त हुए सुरेश स्वर्णकार का फरवरी माह का वेतन बिल बनाकर व मई माह में स्थापना मद के लिपिक विशाल यादव के द्वारा प्रमिला साव एवं छोटेलाल बंजारे के सेवानिवृत्त होने के बाद भी उनका वेतन बिल बनाकर जमा किया गया था, जिसके चलते शिक्षकों को सेवानिवृत्ति के बाद भी नियमित वेतनमान मिल रहा है। विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय अपने कार्य शैली को लेकर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इससे पूर्व तीन लिपिकों भुवन सिदार, महेन्द्र हंसा एवं विकास मसीह को विभिन्न वित्तीय आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया था एवं कुछ दिन पूर्व शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल नरियरा के एक लिपिक द्वारा विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय में बिना अनुमति बैठकर विकासखण्ड के शिक्षकों का एरियर निकालने के एवज में सौदेबाजी करने का मामला भी सामने आया था। इसके बाद भी इस कार्यालय पर नियंतरण नहीं लग पा रहा है।