सूरजपुर. शासन
स्तर पर 30 जनवरी को शैक्षणिक अवकाश की घोषणा तो नहीं की गई थी। लेकिन
भैयाथान विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बड़सरा स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक
विद्यालय में शिक्षकों की अनुपस्थिति के कारण अघोषित अवकाश नजर आया।
विद्यालय के मुख्य दरवाजे में ताला लटका हुआ था और विद्यार्थियों को बगैर अध्ययन के वापस घर लौट जाना पड़ा।
ग्रामीणों ने बताया कि 30 जनवरी को विद्यालय में एक भी शिक्षक उपस्थित नहीं होने से विद्यालय का ताला ही नहीं खुला। विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगे होने से अध्ययनरत छात्र बिना पढ़ाई किए वापस लौट गए। इस विद्यालय में 256 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। सोमवार को सुबह 10 बजे छात्र निर्धारित समय में स्कूल प्रांगण में पहुंचे।
विद्यालय में पदस्थ 13 शिक्षक व भृत्य में से कोई भी विद्यालय नहीं पहुंचे थे। ग्रामीणों ने जब विद्यालय के बंद रहने पर प्राचार्या बी. केरकेट्टा से सम्पर्क किया तो उनके द्वारा फोन ही रिसीव नहीं किया गया।
वहीं शाला विकास व प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शिव कुमार पांडेय ने बताया कि प्राचार्य बी केरकेट्टा व् व्याख्याता रामऔतार सेकराज द्वारा विद्यार्थियों को अघोषित अवकाश देकर स्कूल बंद रखना व शिक्षकों को सूरजपुर बुलाना गलत है।
मीटिंग में जाने की दी थी जानकारी
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़सरा में अध्ययनरत विद्यार्थियों ने बताया कि शनिवार को विद्यालय में पदस्थ शिक्षक राम अवतार, शेखराज ने 30 जनवरी को सूरजपुर में मीटिंग होंने और स्कूल बंद रहने की जानकारी तो दी थी। लेकिन परिजनों द्वारा महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर अवकाश न होने की जानकारी देते हुए उनके कहने पर ही वे विद्यालय गये थे जो बंद मिला।
डीईओ ही करेंगे कार्रवाई
बड़सरा में 30 जनवरी को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बंद रहने की सुचना मिली है। जानकारी मंगाकर जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा और आगे की कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी करेंगे।
सीएल धृतलहरे, बीईओ
विद्यालय के मुख्य दरवाजे में ताला लटका हुआ था और विद्यार्थियों को बगैर अध्ययन के वापस घर लौट जाना पड़ा।
ग्रामीणों ने बताया कि 30 जनवरी को विद्यालय में एक भी शिक्षक उपस्थित नहीं होने से विद्यालय का ताला ही नहीं खुला। विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगे होने से अध्ययनरत छात्र बिना पढ़ाई किए वापस लौट गए। इस विद्यालय में 256 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। सोमवार को सुबह 10 बजे छात्र निर्धारित समय में स्कूल प्रांगण में पहुंचे।
विद्यालय में पदस्थ 13 शिक्षक व भृत्य में से कोई भी विद्यालय नहीं पहुंचे थे। ग्रामीणों ने जब विद्यालय के बंद रहने पर प्राचार्या बी. केरकेट्टा से सम्पर्क किया तो उनके द्वारा फोन ही रिसीव नहीं किया गया।
वहीं शाला विकास व प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शिव कुमार पांडेय ने बताया कि प्राचार्य बी केरकेट्टा व् व्याख्याता रामऔतार सेकराज द्वारा विद्यार्थियों को अघोषित अवकाश देकर स्कूल बंद रखना व शिक्षकों को सूरजपुर बुलाना गलत है।
मीटिंग में जाने की दी थी जानकारी
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़सरा में अध्ययनरत विद्यार्थियों ने बताया कि शनिवार को विद्यालय में पदस्थ शिक्षक राम अवतार, शेखराज ने 30 जनवरी को सूरजपुर में मीटिंग होंने और स्कूल बंद रहने की जानकारी तो दी थी। लेकिन परिजनों द्वारा महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर अवकाश न होने की जानकारी देते हुए उनके कहने पर ही वे विद्यालय गये थे जो बंद मिला।
डीईओ ही करेंगे कार्रवाई
बड़सरा में 30 जनवरी को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बंद रहने की सुचना मिली है। जानकारी मंगाकर जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा और आगे की कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी करेंगे।
सीएल धृतलहरे, बीईओ