ट्रांसफर आर्डर के बाद भी दूसरे जिलों में ज्वाइन नहीं करने वाले अतिशेष
शिक्षकों की 8 महीनों की सैलरी अटकने वाली है। नियमों के अनुसार जिले में
ज्वाइन करने से पहले उन्हें दूसरे जिले से रिलीव होने का प्रमाणपत्र देना
होगा लेकिन जिले में 400 से ज्यादा शिक्षकों ने ज्वाइनिंग नहीं दी थी।
ऐसे में इन शिक्षकों का वेतन जारी करने से जिपं ने हाथ खड़े कर लिए हैं।
रायगढ़ जिले में बीते साल अप्रैल महीने 564 अतिशेष शिक्षकों का ट्रांसफर हुआ था। प्रशासन ने एक साथ सभी शिक्षकों के रिलीव आर्डर जारी कर दूसरे जिले भेजे जाने का आदेश दिया था लेकिन इनमें से 100 शिक्षकों ने भी दूसरे जिलों में जाकर ज्वाइनिंग नहीं दी थी और ज्यादातर शिक्षक विरोध और हड़ताल के बाद हाईकोर्ट चले गए थे। शेष पेज 15
5 करोड़ का भुगतान
जिले में 400 से ज्यादा ऐसे अतिशेष शिक्षक हैं, जिनका 8 महीने का वेतन अटका है। विभाग के अनुसार हर महीने के वेतन के हिसाब से इतने शिक्षकों को भुगतान करने के लिए करीब साढ़े 5 करोड़ रुपए की भी जरूरत होगी। अब नियमों के पेंच में मामला फंस जाने से शिक्षकों के साथ अधिकारियों के लिए भी यह मुसीबत हो गई है।
7 जिलों से वापसी
अप्रैल-मई महीने में अतिशेष शिक्षकों के ट्रांसफर आदेश जारी कर उन्हें राज्य के 7 अलग अलग जिलों में भेजा गया था। रायगढ़ के ज्यादातर सहायक शिक्षक पंचायत को जांजगीर, कोरबा, कवर्धा, मुंगेली एवं बलौदाबाजार भेजा गया था लेकिन ज्यादातर ने ज्वाइन नहीं किया था और अब मुसीबत हो रही है।
ऐसे में इन शिक्षकों का वेतन जारी करने से जिपं ने हाथ खड़े कर लिए हैं।
रायगढ़ जिले में बीते साल अप्रैल महीने 564 अतिशेष शिक्षकों का ट्रांसफर हुआ था। प्रशासन ने एक साथ सभी शिक्षकों के रिलीव आर्डर जारी कर दूसरे जिले भेजे जाने का आदेश दिया था लेकिन इनमें से 100 शिक्षकों ने भी दूसरे जिलों में जाकर ज्वाइनिंग नहीं दी थी और ज्यादातर शिक्षक विरोध और हड़ताल के बाद हाईकोर्ट चले गए थे। शेष पेज 15
5 करोड़ का भुगतान
जिले में 400 से ज्यादा ऐसे अतिशेष शिक्षक हैं, जिनका 8 महीने का वेतन अटका है। विभाग के अनुसार हर महीने के वेतन के हिसाब से इतने शिक्षकों को भुगतान करने के लिए करीब साढ़े 5 करोड़ रुपए की भी जरूरत होगी। अब नियमों के पेंच में मामला फंस जाने से शिक्षकों के साथ अधिकारियों के लिए भी यह मुसीबत हो गई है।
7 जिलों से वापसी
अप्रैल-मई महीने में अतिशेष शिक्षकों के ट्रांसफर आदेश जारी कर उन्हें राज्य के 7 अलग अलग जिलों में भेजा गया था। रायगढ़ के ज्यादातर सहायक शिक्षक पंचायत को जांजगीर, कोरबा, कवर्धा, मुंगेली एवं बलौदाबाजार भेजा गया था लेकिन ज्यादातर ने ज्वाइन नहीं किया था और अब मुसीबत हो रही है।