रायपुर। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के नवनिर्वाचित प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्यों व प्रतिनिधियों ने प्रांताध्यक्ष ओंकार सिंह व प्रांतीय महामंत्री यशवंत वर्मा के नेतृत्व में आज शिक्षामंत्री केदार कश्यप से
मुलाकात की और चर्चा कर शिक्षक संवर्ग के वेतनमान में व्यस्त विसंगति को दूर कर सातवें वेतनमान का निर्धारण करने व नियमों को शिथिल कर मिडिल स्कूल प्रधान पाठक, शिक्षक, व्याख्याता व प्राचार्य के समस्त रिक्त पदों को समयबद्ध कार्ययोजना बनाकर पदोन्नति से भरने की मांग को लेकर ज्ञापन सोैपा।
संघ के प्रांतीय प्रवक्ता जगदीश गोस्वामी ने बताया कि शिक्षामंत्री श्री कश्यप ने प्रतिनिधियों द्वारा उनके समस्याओं को सुना व कहा कि शिक्षकों की समस्याओं को सुलझाने कर संभव पहल किया जाएगा।
जनप्रतिनिधियों ने रिक्त पदों के विरूद्ध जिला पंचायत व नगर पंचायतों द्वार सीधी भर्ती के माध्यम से पदों को भरें जाने से शिक्षक संवर्ग के पदोन्नत के पदो में आने वाली कमी की ओर भी चर्चा में शिक्षाकर्मी का ध्यान आकृष्ट किया। प्रतिनिधियों ने शिक्षकों की समस्याओं को सुलझाने शासन, प्रशासन व संघ के लाभ निंरतर त्रिपक्षीय वार्ता करने की मांग करने की बात शिक्षामंत्री श्री कश्यप ने की।
प्रवक्ता श्री गोस्वामी ने बताया कि देश के अनेक राज्यों द्वारा शिक्षकों को पॉचवें केन्द्रीय वेतनमान आयोग द्वारा अनुशासित वन स्टेप-अप वेतनमान दिया जा रहा है। लेकिन छत्तीसगढ़ के शिक्षकों को विगत 20 वर्षो से पॉचवें व छठवें वेतनमान आयेाग द्वारा अनुशासित वेतनमान न देकर एक स्टेप कम वेतन दिया जा रहा है।
राज्य शासन द्वारा शिक्षकों के वेतनमान में संशोधन नहीं किया गया लेकिन सैद्धैतिक सहमति के बाद भी शिक्षकों के वेतनमान में संशोधन नही किया गया। प्रदेश में शिक्षकों के 11073, मिडिल प्रधान पाठकों के 3876, व्याख्याता के 12690 व प्राचार्य के लगभग 2104 पद रिक्त है।
जिससे अध्ययन-अध्यापन प्रभावित हो रहा है। ज्ञापन सौंपने गये प्रतिनिधिमण्डजल में प्रांताध्यक्ष ओंकार सिंह, प्रांतीय महामंत्री यशवंत वर्मा, प्रांतीय प्रवक्ता जगदीश गोस्वामी, प्रांतीय उपाध्यक्ष हरिराम शर्मा, व सुरेश चन्द्र श्रीवास्तव, प्रांतीय मंत्री उमेश भारतीय संयोजक भरत चौहान, जिला अध्यक्ष सुनील नायक, नगर अध्यक्ष रामकुमार बघेल व अवधराम वर्मा सहित पदाधिकारी शामिल थे।
मुलाकात की और चर्चा कर शिक्षक संवर्ग के वेतनमान में व्यस्त विसंगति को दूर कर सातवें वेतनमान का निर्धारण करने व नियमों को शिथिल कर मिडिल स्कूल प्रधान पाठक, शिक्षक, व्याख्याता व प्राचार्य के समस्त रिक्त पदों को समयबद्ध कार्ययोजना बनाकर पदोन्नति से भरने की मांग को लेकर ज्ञापन सोैपा।
संघ के प्रांतीय प्रवक्ता जगदीश गोस्वामी ने बताया कि शिक्षामंत्री श्री कश्यप ने प्रतिनिधियों द्वारा उनके समस्याओं को सुना व कहा कि शिक्षकों की समस्याओं को सुलझाने कर संभव पहल किया जाएगा।
जनप्रतिनिधियों ने रिक्त पदों के विरूद्ध जिला पंचायत व नगर पंचायतों द्वार सीधी भर्ती के माध्यम से पदों को भरें जाने से शिक्षक संवर्ग के पदोन्नत के पदो में आने वाली कमी की ओर भी चर्चा में शिक्षाकर्मी का ध्यान आकृष्ट किया। प्रतिनिधियों ने शिक्षकों की समस्याओं को सुलझाने शासन, प्रशासन व संघ के लाभ निंरतर त्रिपक्षीय वार्ता करने की मांग करने की बात शिक्षामंत्री श्री कश्यप ने की।
प्रवक्ता श्री गोस्वामी ने बताया कि देश के अनेक राज्यों द्वारा शिक्षकों को पॉचवें केन्द्रीय वेतनमान आयोग द्वारा अनुशासित वन स्टेप-अप वेतनमान दिया जा रहा है। लेकिन छत्तीसगढ़ के शिक्षकों को विगत 20 वर्षो से पॉचवें व छठवें वेतनमान आयेाग द्वारा अनुशासित वेतनमान न देकर एक स्टेप कम वेतन दिया जा रहा है।
राज्य शासन द्वारा शिक्षकों के वेतनमान में संशोधन नहीं किया गया लेकिन सैद्धैतिक सहमति के बाद भी शिक्षकों के वेतनमान में संशोधन नही किया गया। प्रदेश में शिक्षकों के 11073, मिडिल प्रधान पाठकों के 3876, व्याख्याता के 12690 व प्राचार्य के लगभग 2104 पद रिक्त है।
जिससे अध्ययन-अध्यापन प्रभावित हो रहा है। ज्ञापन सौंपने गये प्रतिनिधिमण्डजल में प्रांताध्यक्ष ओंकार सिंह, प्रांतीय महामंत्री यशवंत वर्मा, प्रांतीय प्रवक्ता जगदीश गोस्वामी, प्रांतीय उपाध्यक्ष हरिराम शर्मा, व सुरेश चन्द्र श्रीवास्तव, प्रांतीय मंत्री उमेश भारतीय संयोजक भरत चौहान, जिला अध्यक्ष सुनील नायक, नगर अध्यक्ष रामकुमार बघेल व अवधराम वर्मा सहित पदाधिकारी शामिल थे।