रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के नाम से वायरल आदेश के मामले में विभाग ने आदेश के फर्जी होने की पुष्टि कर दी है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर के सचिव प्रोफेसर व्ही.के.गोयल ने स्पष्ट किया है कि 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करने के संबंध में कोई भी आदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा
है कि 12वी की बोर्ड परीक्षा स्थगित करने संबंधी वायरल आदेश फेक और गलत है।
इस फेक आदेश से कोई भ्रमित न हो। 12वीं की बोर्ड परीक्षा स्थगित करने का
कोई निर्णय अभी नहीं लिया गया है ।
गौरतलब है कि फर्जी पत्र वायरल होने का यह पहला मामला नहीं है। लॉकडाउन के दौरान शराब दुकानों के खुलने को लेकर भी कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड के नाम से एक पत्र वायरल हुआ था।
इसके पहले स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर सूची वायरल हुई थी। इसकी शिकायत स्वयं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने अफसरों को निर्देश देकर राजधानी के राखी थाने में करवाई थी। इस मामले में पुलिस अभी जांच कर रही है, लेकिन ऐसे मामलो में ऐसे अपराधियों तक पहुंचकर आरोपितों पर कार्रवाई कर पाने में पुलिस को दिक्कत महसूस हो रही है। स्कूल शिक्षा विभाग में पिछले एक साल के भीतर कई तरह के स्थानांतरण आदेश, अवकाश के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के विज्ञापन के नाम पर फर्जी विज्ञापन इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। आयोग ने अपनी वेबसाइट पर वायरल हो रहे संयुक्त वन सेवा भर्ती परीक्षा 2020 के विज्ञापन को गलत बताया था। आयोग के सचिव की ओर से इस पर स्पष्टीकरण भी दिया जा चुका है कि इंटरनेट मीडिया पर संयुक्त वन सेवा भर्ती का विज्ञापन वायरल हो रहा है वह सही नहीं है।