दल्लीराजहरा। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र विकास डौंडी क्षेत्र अंतर्गत आत्मानंद स्वामी स्कूलों में व शिक्षक सहित अन्य अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की भर्ती को लेकर कई प्रकार की अनियमितताएं सामने आ रही है। आवेदक श्रेयश दास, रविंद्र पाल सिंह सहित अन्य लोगों ने कलेक्टर और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा संबंधित अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर सूक्ष्म जांच किए जाने के बाद दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई कर नियुक्ति को निरस्त किए जाने और नए तरीके से भर्ती एि जाने की मांग की है।

ज्ञात हो कि भर्ती प्रक्रिया की विसंगतियों को लेकर बालोद जिले के नियमित व्यायाम शिक्षक के अभ्यर्थियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। सरकार ने 172 ब्लाकों में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल प्रारंभ किया है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में योग्यता के मापदंड में एकरूपता नहीं होने के कारण अलग अलग जिलों में मेरिट सूची में विसंगतिया देखने को मिल रही है। कुछ जिलों में कक्षा 12वीं के अंक को आधार मानकर मेरिट सूची तैयार की गई है। सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ जिले जिसमें बस्तर, जगदलपुर, दंतेवाड़ा में स्नातक की डिग्री के आधार पर मेरिट सूची तैयार की गई है। वहीं, जशपुर जिले में बीपीएड के अंक के आधार पर मेरिट सूची तैयार कर दी गई थी, जबकि बीपीएड एक व्यावसायिक कोर्स है। कुछ दिनों पूर्व कांग्रेसी विधायकों ने ही शिक्षा मंत्री और उनके निज सचिव पर भर्ती में गड़बड़ी का आरोप लगाया था व जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर को निलंबित करके दोबारा भर्ती का निर्देश दिया गया था। इसके साथ ही स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए नया विज्ञापन जारी होगा, ऐसा कहा गया था । आवेदक श्रेयस दास रविंद्र पाल सिंह ने बताया कि नियमों में भिन्नता अंग्रेजी स्कूल के लिए शिक्षकों की भर्ती के लिए ज्ञापन जारी किया गया था, उस समय यह कहा गया था कि अंग्रेजी माध्यम के अभ्यर्थियों को ही प्राथमिकता दी जाएगी, किंतु अब अंग्रेजी माध्यम की शाला में हिंदी माध्यम के अभ्यर्थियों को क्यों प्राथमिकता दी जा रही है।

जिले के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता

छत्तीसगढ़ के अधिकतम जिलों में अपने ही जिले के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जा रही है, किंतु बालोद जिले में इस प्रकार का कोई भी प्रविधान नहीं किया गया है, जिसके कारण स्थानीय बेरोजगार योग्य अभ्यर्थी अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं।

पात्रता सूची में अनियमितता

बालोद जिले में कुछ छात्रों का नाम 20 अक्टूबर को पात्र अभ्यर्थियों की चयन सूची में था, किंतु बाद में चयनित अभ्यर्थियों की सूची में नाम होने के बावजूद साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया।

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेलों में प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों की उपेक्षा

स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल में व्यायाम शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेलों में प्रदर्शन करने वाले बालोद जिले के अभ्यर्थियों की उपेक्षा की जा रही है, जबकि ऐसे क्षेत्रों से आने वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिकता देनी चाहिए, किंतु प्रशासन द्वारा इनकी अनदेखी की जा रही है, जिसके कारण ऐसे अभ्यर्थी खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्हें उनके खेल के आधार पर भर्ती प्रक्रिया में बोनस अंक व प्राथमिकता मिलने की उम्मीद थी।

क्या कहते हैं अधिकारी

इस संबंध में विकास खंड शिक्षा अधिकारी कमलकांत मिश्रा मेश्राम ने कहा कि शासन के नियमानुसार 30 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है और नियमों के अनुरूप ही दावा आपत्ति सहित सभी नियमों का पालन किया गया है।