रायपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं-12वीं बोर्ड की प्रोजेक्ट-प्रैक्टिकल परीक्षा में बाह्य परीक्षक की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। ये परीक्षाएं 10 से 31 जनवरी तक होनी हैं। परीक्षाएं स्कूल स्तर पर ही आयोजित की जाएगी। संस्था के प्राचार्य का यह दायित्व होगा कि निर्धारित परीक्षा समय अवधि में संबंधित विषय के लिए आंतरिक परीक्षक नियुक्त करके सुविधा के अनुसार एक दिन में उतने ही परीक्षार्थियों को प्रायोगिक परीक्षा के लिए बुलाए जितने के लिए शारीरिक दूरी के साथ व्यवस्था हो सके। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य कर दिया गया है।
मास्क और सैनिटाइजर जरूरी
परीक्षा में कोई भी परीक्षार्थी बिना मास्क के नहीं आएगा और साथ में सैनिटाइजर लाना अनिवार्य होगा। कोरोनावायरस संक्रमण के कारण जिन जिलों में कलेक्टर के आदेश के बाद धारा 144 लागू है वहां पर प्रायोगिक परीक्षा की तिथि को शिथिल कर के कलेक्टर की अनुमति से जिला शिक्षा अधिकारी परीक्षा करा सकेंगे।
फाइल बनाना अनिवार्य
परीक्षा के लिए हर बच्चे को प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल की फाइल बनानी पड़ेगी। प्रायोगिक-प्रोजेक्ट और थ्योरी परीक्षाओं के लिए पासिंग मार्क पाना जरूरी है। इन फाइलों को स्कूल प्रबंधक परिणाम जारी होने के छह महीने तक सुरक्षित रखेंगे।
विज्ञान में प्रैक्टिकल और बाकी विषयों में प्रोजेक्ट की परीक्षा ली जाएगी। इनके अंक वार्षिक परीक्षा में जुड़ेंगे।
परीक्षा के लिए तय है यह समय
परीक्षा के लिए सुबह 8:00 बजे से 11:00 बजे तक और दोपहर 2:00 से शाम 5:00 बजे तक समय निर्धारित किया गया है। बच्चों को दो पालियों में बुलाया जाएगा।
सुविधा के अनुसार बुलाएं परीक्षार्थी
प्रोजेक्ट-प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए सुविधा के अनुसार परीक्षार्थियों को बुलाने के लिए निर्देश दिया गया है। इस दौरान कोरोना के गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा। - प्रोफेसर वीके गोयल, सचिव, माशिमं