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आवेदन नहीं दिया, इस आधार पर मेरा तबादला साजिश है: डॉ. बड़गैयां

मेरे खिलाफ साजिश हुई है। मैंने अपने स्थानांतरण के लिए शासन को किसी प्रकार का आवेदन नहीं दिया था। दूसरी बात, जहां जिस पद के लिए स्थानांतरण का आदेश आया है, वहां वह पद है ही नहीं। ये बातें चर्चा में प्रभारी डीन डॉ.योगेंद्र बड़गैयां ने कही।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 26 जुलाई को स्थानांतरण लिस्ट जारी कर 5 अन्य डाक्टरों का अलग-अलग जगह स्थानांतरण कर दिया है। इसमें अप्रत्याशित रूप से डॉ. बड़गैयां का नाम भी शामिल है। इससे पहले भी 5 डॉक्टरों का स्थानांतरण मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर कर दिया गया था।

चिकित्सा शिक्षा विभाग ने रविवार को पहली लिस्ट में सिम्स के 5 डॉक्टरों का स्थानांतरण आदेश जारी किया था। इसमें डॉ.एसपी कुजूर प्राध्यापक सर्जरी विभाग, डाॅ. रंजना सिंह आर्या प्राध्यापक एनाटॅामी विभाग, डॉ. राकेश निगम सह-प्राध्यापक निश्चेतना विभाग, डॉ. संतोष सिंह उद्देश्य सह-प्राध्यापक सर्जरी विभाग व डाॅ. गोपाल सिंह कंवर सह-प्राध्यापक मेडिसिन विभाग शामिल थे। इन सभी का स्थानांतरण मेडिकल कालेज अंबिकापुर हुआ है। दूसरी लिस्ट फिर जारी हुई। इसमें प्राध्यापक पीएसएम विभाग व वर्तमान प्रभारी डीन डॉ. बड़गैयां सहित चार अन्य डॉक्टरों का अलग-अलग जगह स्थानांतरित कर दिया गया। गौरतलब है कि डॉ. बड़गैयां एमएस पद के प्रबल दावेदारों में से एक हैं। स्थानांतरण लिस्ट में उनका नाम होने से पूरा स्टाफ हैरत में है। इधर डॉ. बड़गैयां का कहना है कि उनके खिलाफ साजिश हुई है। उन्होंने शासन को ट्रांसफर के लिए कोई आवेदन दिया ही नहीं। जिसके आधार पर उनका स्थानांतरण मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर किया गया। यही नहीं वहां अभी उनका पद भी स्वीकृत नहीं हुआ है, फिर भी उनका ट्रांसफर समझ से परे है। पूरे दावे के साथ कहा जा सकता है कि उनका स्थानांतरण लिस्ट में नाम पूरी तरह फर्जी है। बहरहाल इस बात की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ उच्चाधिकारियों से शिकायत की जाएगी। गौरतलब है कि सिम्स से अभी तक 10 डॉक्टरों का तबादला हो चुका है। इनकी भरपाई कब तक होती है, प्रबंधन को भी नहीं पता?

यहीं के स्टाफ की साजिश लगती है...

वायरल का मौसम, डाॅक्टरों की कमी

एक साथ 10 डॉक्टरों के ट्रांसफर से सिम्स में सीनियर डॉक्टरों की कमी होने की बात कही जा रही है। सरकार नई भर्ती करने की जगह डॉक्टरों को यहां-वहां से ट्रांसकर कर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज भेज रही है। सूत्रों ने बताया कि ये सारी व्यवस्था सिर्फ एमआई को दिखाने के लिए की जा रही है। इसके कारण एक तरह जहां डॉक्टर परेशान हो रहे है। वहीं आम लोग भी परेशान है। बिलासपुर में वैसे ही चिकित्सा सुविधाओं की कमी को लेकर सवाल उठते रहते हैं। अब डॉक्टरों की और कमी हो जाएगी।

बार-बार पूछे जाने पर डॉक्टर बड़गैयां ने बताया कि पिछले दिनों एमसीआई की टीम ने सिम्स के सभी डॉक्टरों का ब्योरा मांगा था। इसमें कुछ डॉक्टरों के योग्यतानुरूप पूरे दस्तावेज ही नहीं थे। इससे उनकी नौकरी खतरे में पड़ गई है। संभव है, उनके खिलाफ उन्हीं ने साजिश रची हो।

डा.योगेंद्र बड़गैंया

कहां किसका स्थानांतरण

सहायक प्राध्यापक डॉ. भूपेंद्र कश्यप का स्थानांतरण-स्व. लखीराम अग्रवाल स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायगढ़, डेमोंस्ट्रेटर डाॅ. मुकेश कुमार भगत, डेमोंस्ट्रेटर डॉ. मनु अपूर्व व डेमोंस्ट्रेटर डॉ. स्नेहा दादरिया का स्थानांतरण पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर हुआ है।
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