रायपुर
छत्तीसगढ़ में सरकार ने टीईटी अभ्यर्थियों (TET Certificate Life Time Valid) को बड़ी राहत दी है। टीईटी अभ्यर्थियों को हर सात साल पर प्रदेश में अपनी योग्यता साबित करनी पड़ती थी। सरकार ने इसको विलोपित कर दिया है। छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET News Update) प्रमाणपत्र की वैधता अब आजीवन रहेगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षक पात्रता प्रमाण-पत्र की वैधता की सात वर्ष की अवधि को विलोपित करते हुए इसे आजीवन कर दिया है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा के संबंध में वर्ष 2011 की मार्गदर्शिका में एक बार परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी के लिए प्रमाण पत्र की वैधता अवधि अधिकतम 7 वर्षों तक के लिए निर्धारित थी, जिसे अब शिक्षा विभाग ने विलोपित कर दिया है। राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से इसे लेकर आदेश जारी कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि यह आदेश 2011 से अब तक समस्त शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र के संबंध में भी मान्य होगा।
छत्तीसगढ़ में सरकार ने टीईटी अभ्यर्थियों (TET Certificate Life Time Valid) को बड़ी राहत दी है। टीईटी अभ्यर्थियों को हर सात साल पर प्रदेश में अपनी योग्यता साबित करनी पड़ती थी। सरकार ने इसको विलोपित कर दिया है। छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET News Update) प्रमाणपत्र की वैधता अब आजीवन रहेगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षक पात्रता प्रमाण-पत्र की वैधता की सात वर्ष की अवधि को विलोपित करते हुए इसे आजीवन कर दिया है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा के संबंध में वर्ष 2011 की मार्गदर्शिका में एक बार परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी के लिए प्रमाण पत्र की वैधता अवधि अधिकतम 7 वर्षों तक के लिए निर्धारित थी, जिसे अब शिक्षा विभाग ने विलोपित कर दिया है। राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से इसे लेकर आदेश जारी कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि यह आदेश 2011 से अब तक समस्त शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र के संबंध में भी मान्य होगा।
वहीं, जिन अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाणपत्र की वैधता
समाप्त हो गई है, उनके लिए नया प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा। गौरतलब है कि
इससे पहले अपनी योग्यता साबित करने के लिए छात्रों को हर सात साल पर टीईटी
परीक्षा देनी पड़ती थी। वहीं, जिन छात्रों का चयन कहीं हो जाता था, उन्हें
नहीं देनी पड़ती थी। सरकार के इस फैसले से अभ्यर्थियों को राहत मिली है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में बीते 10 सालों में पांच बार शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई है। अभी तक कुल डेढ़ लाख छात्रों को शिक्षक प्रमाणपत्र दिए गए हैं। इन सात सालों में अगर छात्र शिक्षक नहीं बन पाते हैं, तो उन्हें सात साल बाद फिर से परीक्षा देनी पड़ती थी। अब इस झंझट से छात्रों को मुक्ति मिल गई है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में बीते 10 सालों में पांच बार शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई है। अभी तक कुल डेढ़ लाख छात्रों को शिक्षक प्रमाणपत्र दिए गए हैं। इन सात सालों में अगर छात्र शिक्षक नहीं बन पाते हैं, तो उन्हें सात साल बाद फिर से परीक्षा देनी पड़ती थी। अब इस झंझट से छात्रों को मुक्ति मिल गई है।