रोहित देवांगन, राजनांदगांव। जिले के 226 शिक्षकों को दशकभर बाद पदोन्नाति मिली, लेकिन ज्यादातर को यह यह रास नहीं आ रही है। पदोन्नात हुए शिक्षकों ने प्रधानपाठक बनने से इंकार कर दिया है। शिक्षा विभाग पशोपेश में है कि अब आगे क्या किया जाए?
कुल 450 शिक्षकों को मिडिल स्कूल में हेड मास्टर के रूप में पदोन्नात किया गया है। जिसमें 226 शिक्षकों ने अब तक प्रमोशन नहीं लिया है। प्रमोशन मिलने के बाद भी हेड मास्टर नहीं बनने के पीछे कई वजह सामने आ रहे हैं। संयुक्त संचालक दुर्ग ने जून माह में वरिष्ठ शिक्षकों की पदोन्नाति के आदेश जारी किए थे। विभाग द्वारा प्रमोशन देकर घर से दूर भेजने, वेतन में वृद्धि नहीं होने और काम का बोझ बढ़ने को देखते जिले के 226 शिक्षकों ने हेड मास्टर बनने से इंकार कर दिया है।
वरिष्ठ शिक्षक लंबे समय से पदोन्नाति की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद करते रहे। जब पदोन्नाति मिली तो शिक्षक स्वीकार नहीं कर रहे हैं। विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार करीब 10-12 साल बाद पदोन्नाति की गई है। ऐसे में जो शिक्षक पहले घर के काफी नजदीक स्थित स्कूलों में पढ़ा रहे थे, वहां उन्हें अब करीब 20 से 24 किलोमीटर दूर जाना होगा।
124 शिक्षकों ने स्वीकारी पदोन्नाति
जिले के 450 शिक्षकों को मिडिल स्कूल में हेडमास्टर बनने की पदोन्नाति मिली है। 124 शिक्षकों ने पदोन्नाति स्वीकार कर ली है। वहीं 226 शिक्षक हेडमास्टर बनने से इंकार कर दिए हैं। विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार छह फीसद शिक्षक सेवानिवृत्ति के कगार पर हैं। दोन्नाति पाकर छोड़ने वाले शिक्षकों में 10 फीसद की आयु 59 साल या इससे अधिक है। ऐसे शिक्षक तीन साल बाद यानी 62 साल में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। ऐसी शिक्षकों को अपने घर से दूर जाना उचित नहीं समझा और पदोन्नाति लेने से मना कर दिया है।
इसलिए नहीं लिया प्रमोशन
विभाग ने उच्च वर्ग शिक्षक,प्राथमिक हेडमास्टर स्नातक उत्तीर्ण को मिडिल हेडमास्टर के जिस पद पर प्रमोशन दिया है, वर्तमान में उच्च वर्ग शिक्षक और प्राथमिक हेडमास्टर स्नातक उत्तीर्ण का वेतनमान, पदोन्नात पद मिडिल हेडमास्टर का वेतनमान समान है। इसलिए शिक्षक प्रमोशन लेने से इंकार कर रहे हैं। विभागीय अफसरों का कहना है कि प्रमोशन नहीं लेने वाले शिक्षकों के स्थान पर दूसरे वरिष्ठ शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। ताकि दूसरों को मौका दिया जा सकें।
नहीं लिया प्रमोशन
संभाग में मिडिल एचएम के पद पर 699 शिक्षकों की पदोन्नाति मिली है। कई शिक्षकों ने प्रमोशन नहीं लिया है।
पीके पांडेय, संयुक्त शिक्षा संचालक, दुर्ग