राजनांदगांव/खैरागढ़. नगर पालिका से अतिरिक्त वेतन लेने वाले पंचायत शिक्षकों की संख्या अब जांच के बाद 22 हो गई है। पहले 14 शिक्षकों से वसूली के आदेश के बाद फिर से हुई गणना में 8 वर्ष की सेवावधि वाले अन्य 8 शिक्षकों के गणना पत्रक की जांच के बाद संपरीक्षक ने इसमें त्रुटि बता दी है।
अतिरिक्त वेतन लेने का मामला
नगरीय निकाय के तहत नगर पालिका से नियुक्त 14 शिक्षक पंचायतों को अतिरिक्त वेतन लेने के मामले में संपरीक्षक राजनांदगांव ने भी अपना मत देते इसे नियम विरूद्ध बता दिया है। नगर पालिका द्वारा 8 साल की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले सभी 22 शिक्षक पंचायतों के वेतन गणना पत्रकों को नियमानुसार सुधार के बाद संपरीक्षक राजनांदगांव के पास जांच के लिए भेजा गया था, जिसमें 14 शिक्षकों से वसूली को सही ठहराते अन्य आठ पंचायत शिक्षकों के वेतन में भी अतिरिक्त वेतन लेने का मामला सामने आया है।
इधर चार माह से वेतन के लाले
नगर पालिका के तहत शहर के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत 70 पंचायत शिक्षकों को पिछले चार माह से वेतन नसीब नहीं हो रहा है। शिक्षकों ने गुरुवार को नगर पालिका अध्यक्ष को पत्र देकर वेतन भुगतान की मांग की है। बताया गया कि नगर पालिका के पास अभी भी केवल दो माह का फंड ही बचा है। नया फंड आया नहीं है। शिक्षक होली पूर्व भुगतान की मांग कर रहे थे, लेकिन गणना पत्रक की जांच को लेकर पखवाड़े भर से वेतन का मामला अटक गया है, जिसके कारण पंचायत शिक्षकों की होली फीकी रही।
निर्धारण में ही सामने आई गलती
नगर पालिका द्वारा पंचायत शिक्षकों के वेतनों की गणना ही गलत तरीके से की गई है। 14 शिक्षकों का मामला सामने आने के बाद जिला शासन के आदेश के बाद सभी शिक्षकों के वेतन गणना फिर से कराई गई, जिसमें आठ वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले लगभग 22 शिक्षकों के वेतन निर्धारण प्रक्रिया को गलत बताया गया है। स्थानीय स्तर पर हुई गणना के बाद संपरीक्षक कार्यालय द्वारा इसे सही बताते हुए इन शिक्षकों की सेवा पुस्तिका भी जांच के लिए मंगाई गई है, जिसे सुधारा जाएगा।
वसूली वाले शिक्षकों की संख्या 22
निर्धारण में गलती के बाद अब राशि वसूली वाले शिक्षकों की संख्या 22 हो जाएगी। अतिरिक्त आठ शिक्षकों से कितनी वसूली होगी। इसकी गणना भी की जा रही है। राशि भी लगभग 20 लाख रुपए तक हो सकती है।उल्लेखनीय है कि नगर पालिका के 14 शिक्षक पंचायतों द्वारा नियम से अधिक वेतन लेने के मामले में शासन ने 14 शिक्षकों पर लगभग 33 लाख रुपए की वसूली निकाली है, जिसके बाद मामले में नगर पालिका की ओर से आठ वर्ष की सेवा अवधि वाले सभी पंचायत शिक्षकों के वेतन पत्रकों की गणना फिर से कराई गई थी।
वेतन निर्धारण में बड़ी गलती
गणना में आठ वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले शिक्षकों के वेतन निर्धारण में बड़ी गलती पाई गई थी। स्थानीय गणकों ने वेतनों को सुधार कर इसे संपरीक्षक राजनांदगांव को जांच के लिए भेजा था, जिस पर संपरीक्षक ने पहले के निर्धारण को गलत बताते फिर से हुई गणना के आधार को सही मानते अन्य आठ पंचायत शिक्षकों के वेतन में भी अतिरिक्त वेतन लेने की बात कही है।
गणना के बाद वसूली
सीएमओ एसएस सोम ने बताया कि पंचायत शिक्षकों की वेतन गणना पत्रक को तैयार कर संपरीक्षक कार्यालय को भेजा गया था, जिसे सही बताते पुरानी गणना को गलत बताया गया है। 14 के बाद बाकी 8 शिक्षकों से भी गणना के बाद वसूली की जाएगी।
अतिरिक्त वेतन लेने का मामला
नगरीय निकाय के तहत नगर पालिका से नियुक्त 14 शिक्षक पंचायतों को अतिरिक्त वेतन लेने के मामले में संपरीक्षक राजनांदगांव ने भी अपना मत देते इसे नियम विरूद्ध बता दिया है। नगर पालिका द्वारा 8 साल की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले सभी 22 शिक्षक पंचायतों के वेतन गणना पत्रकों को नियमानुसार सुधार के बाद संपरीक्षक राजनांदगांव के पास जांच के लिए भेजा गया था, जिसमें 14 शिक्षकों से वसूली को सही ठहराते अन्य आठ पंचायत शिक्षकों के वेतन में भी अतिरिक्त वेतन लेने का मामला सामने आया है।
इधर चार माह से वेतन के लाले
नगर पालिका के तहत शहर के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत 70 पंचायत शिक्षकों को पिछले चार माह से वेतन नसीब नहीं हो रहा है। शिक्षकों ने गुरुवार को नगर पालिका अध्यक्ष को पत्र देकर वेतन भुगतान की मांग की है। बताया गया कि नगर पालिका के पास अभी भी केवल दो माह का फंड ही बचा है। नया फंड आया नहीं है। शिक्षक होली पूर्व भुगतान की मांग कर रहे थे, लेकिन गणना पत्रक की जांच को लेकर पखवाड़े भर से वेतन का मामला अटक गया है, जिसके कारण पंचायत शिक्षकों की होली फीकी रही।
निर्धारण में ही सामने आई गलती
नगर पालिका द्वारा पंचायत शिक्षकों के वेतनों की गणना ही गलत तरीके से की गई है। 14 शिक्षकों का मामला सामने आने के बाद जिला शासन के आदेश के बाद सभी शिक्षकों के वेतन गणना फिर से कराई गई, जिसमें आठ वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले लगभग 22 शिक्षकों के वेतन निर्धारण प्रक्रिया को गलत बताया गया है। स्थानीय स्तर पर हुई गणना के बाद संपरीक्षक कार्यालय द्वारा इसे सही बताते हुए इन शिक्षकों की सेवा पुस्तिका भी जांच के लिए मंगाई गई है, जिसे सुधारा जाएगा।
वसूली वाले शिक्षकों की संख्या 22
निर्धारण में गलती के बाद अब राशि वसूली वाले शिक्षकों की संख्या 22 हो जाएगी। अतिरिक्त आठ शिक्षकों से कितनी वसूली होगी। इसकी गणना भी की जा रही है। राशि भी लगभग 20 लाख रुपए तक हो सकती है।उल्लेखनीय है कि नगर पालिका के 14 शिक्षक पंचायतों द्वारा नियम से अधिक वेतन लेने के मामले में शासन ने 14 शिक्षकों पर लगभग 33 लाख रुपए की वसूली निकाली है, जिसके बाद मामले में नगर पालिका की ओर से आठ वर्ष की सेवा अवधि वाले सभी पंचायत शिक्षकों के वेतन पत्रकों की गणना फिर से कराई गई थी।
वेतन निर्धारण में बड़ी गलती
गणना में आठ वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले शिक्षकों के वेतन निर्धारण में बड़ी गलती पाई गई थी। स्थानीय गणकों ने वेतनों को सुधार कर इसे संपरीक्षक राजनांदगांव को जांच के लिए भेजा था, जिस पर संपरीक्षक ने पहले के निर्धारण को गलत बताते फिर से हुई गणना के आधार को सही मानते अन्य आठ पंचायत शिक्षकों के वेतन में भी अतिरिक्त वेतन लेने की बात कही है।
गणना के बाद वसूली
सीएमओ एसएस सोम ने बताया कि पंचायत शिक्षकों की वेतन गणना पत्रक को तैयार कर संपरीक्षक कार्यालय को भेजा गया था, जिसे सही बताते पुरानी गणना को गलत बताया गया है। 14 के बाद बाकी 8 शिक्षकों से भी गणना के बाद वसूली की जाएगी।