बिलासपुर. गुरुजी का ट्रांसफर घर से दूर क्या हुआ, उनकी पत्नियां अंदर
से हिल गईं। पहले तो भगवान से ट्रांसफर रुकवाने मिन्नते कीं, लेकिन बात न
बनी तो सीईओ के पास पहुंच गईं। पति-पत्नी दोनों ने ही ट्रांसफर रुकवाने के
लिए ऐड़ी और चोटी का जोर लगा दिया।
किसी ने अपनी पत्नी का तो किसी ने अपने पति का वास्ता देकर ट्रांसफर रुकवाने की गुहार लगाई। गुरुवार को जिला पंचायत कार्यालय में 50 से अधिक पंचायत शिक्षक पति- पत्नी के साथ ट्रांसफर रुकवाने पहुंचे। उन्होंने सीईओ से कहा मैडम, इस ट्रांसफर से मेरी पत्नी को काफी तकलीफ होगी। इस पर कुछ करिए। किसी ने कहा पति को प्रतिदिन आने-जाने में असुविधा होगी। घर से काफी दूर स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया है। तो कोई शारीरिक स्वास्थ्य का हवाला दिया। यह नजारा गुरुवार को जिला पंचायत कार्यालय में दिखा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी फरिहा आलम सिद्दिकी एवं जिला शिक्षा अधिकारी हेमंत उपाध्याय की मौजूदगी में उनके कक्ष में पहुंचे पंचायत संवर्ग के शिक्षकों ने अपना दुखड़ा सुनाने का प्रयास किया।
पंचायत संवर्ग के विभिन्न संगठनों से जुडे़ शिक्षकों ने जिला पंचायत के सीईओ और डीईओ को आप बीती सुनाया। करीब पचास शिक्षकों ने सामूहित तौर पर पहुंच कर अपनी-अपनी समस्याएं बताने का प्रयास करते रहे। कोई पत्नी का वास्ता दिया तो कोई पति का वास्ता देते रहे। कुछ लोगों ने घर से काफी दूर स्कूल होने से बच्चों को होने वाली तकलीफ की तरफ ध्यान आकृष्ट कराने की कोशिश करते रहे।
संघ ने बताया त्रुटिपूर्ण सूची: छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ ने बिल्हा विकासखंड की पंचायत संवर्ग के युक्तियुक्तकरण सूची में त्रुटी होने का विरोध दर्ज कराया। संघ के जिला अध्यक्ष साधेलाल पटेल ने बताया कि जिपं. सीईओ व बिल्हा बीईओ को ज्ञापन सौंपकर युक्तियुक्तकरण में दर्ज संख्या के आधार पर पद स्वीकृत नहीं किया गया है। वहीं वरिष्ठता का ध्यान नहीं रखा गया। यह ट्रांसफर नहीं समायोजन है। सभी प्रभावित शिक्षकों को संकुल या उसके आसपास समायोजन किया जाना था। लेकिन 130 किमी. दूरी तक पदस्थापना किया गया। संघ ने तीन दिनों में त्रुटि सुधार नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
सुनीं पर कोई ठोस आश्वासन नहीं : जिपं की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने समूह में पहुंचे पंचायत संवर्ग के शिक्षकों की बातें सुनीं। लेकिन किसी भी शिक्षक को तबादला निरस्त करने के संबंध में ठोस आश्वासन नहीं दिया।
शिक्षकों ने की भेंट : पंचायत संवर्ग के शिक्षकों ने स्थानांतरण को लेकर अपनी-अपनी समस्याएं बताई है। सभी की बातें सुनीं गई ।
फरिहा आलम सिद्दिकी, सीईओ, जिपं., बिलासपुर
परेशानियां बताई : पंचायत संवर्ग के शिक्षकों ने तबादले को लेकर अपनी परेशानियां बताई हैं। स्थानांतरण निरस्त करने किसी शिक्षक ने आवेदन नहीं दिया है।
हेमंत उपाध्याय, डीईओ,
किसी ने अपनी पत्नी का तो किसी ने अपने पति का वास्ता देकर ट्रांसफर रुकवाने की गुहार लगाई। गुरुवार को जिला पंचायत कार्यालय में 50 से अधिक पंचायत शिक्षक पति- पत्नी के साथ ट्रांसफर रुकवाने पहुंचे। उन्होंने सीईओ से कहा मैडम, इस ट्रांसफर से मेरी पत्नी को काफी तकलीफ होगी। इस पर कुछ करिए। किसी ने कहा पति को प्रतिदिन आने-जाने में असुविधा होगी। घर से काफी दूर स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया है। तो कोई शारीरिक स्वास्थ्य का हवाला दिया। यह नजारा गुरुवार को जिला पंचायत कार्यालय में दिखा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी फरिहा आलम सिद्दिकी एवं जिला शिक्षा अधिकारी हेमंत उपाध्याय की मौजूदगी में उनके कक्ष में पहुंचे पंचायत संवर्ग के शिक्षकों ने अपना दुखड़ा सुनाने का प्रयास किया।
पंचायत संवर्ग के विभिन्न संगठनों से जुडे़ शिक्षकों ने जिला पंचायत के सीईओ और डीईओ को आप बीती सुनाया। करीब पचास शिक्षकों ने सामूहित तौर पर पहुंच कर अपनी-अपनी समस्याएं बताने का प्रयास करते रहे। कोई पत्नी का वास्ता दिया तो कोई पति का वास्ता देते रहे। कुछ लोगों ने घर से काफी दूर स्कूल होने से बच्चों को होने वाली तकलीफ की तरफ ध्यान आकृष्ट कराने की कोशिश करते रहे।
संघ ने बताया त्रुटिपूर्ण सूची: छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ ने बिल्हा विकासखंड की पंचायत संवर्ग के युक्तियुक्तकरण सूची में त्रुटी होने का विरोध दर्ज कराया। संघ के जिला अध्यक्ष साधेलाल पटेल ने बताया कि जिपं. सीईओ व बिल्हा बीईओ को ज्ञापन सौंपकर युक्तियुक्तकरण में दर्ज संख्या के आधार पर पद स्वीकृत नहीं किया गया है। वहीं वरिष्ठता का ध्यान नहीं रखा गया। यह ट्रांसफर नहीं समायोजन है। सभी प्रभावित शिक्षकों को संकुल या उसके आसपास समायोजन किया जाना था। लेकिन 130 किमी. दूरी तक पदस्थापना किया गया। संघ ने तीन दिनों में त्रुटि सुधार नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
सुनीं पर कोई ठोस आश्वासन नहीं : जिपं की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने समूह में पहुंचे पंचायत संवर्ग के शिक्षकों की बातें सुनीं। लेकिन किसी भी शिक्षक को तबादला निरस्त करने के संबंध में ठोस आश्वासन नहीं दिया।
शिक्षकों ने की भेंट : पंचायत संवर्ग के शिक्षकों ने स्थानांतरण को लेकर अपनी-अपनी समस्याएं बताई है। सभी की बातें सुनीं गई ।
फरिहा आलम सिद्दिकी, सीईओ, जिपं., बिलासपुर
परेशानियां बताई : पंचायत संवर्ग के शिक्षकों ने तबादले को लेकर अपनी परेशानियां बताई हैं। स्थानांतरण निरस्त करने किसी शिक्षक ने आवेदन नहीं दिया है।
हेमंत उपाध्याय, डीईओ,