रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग शिक्षाकर्मियों की एक मांग पूरी कर दी। इसमें शिक्षाकर्मियों के लिए बीएड करने अवैतनिक अवकाश का आदेश जारी कर दिया है। हालांकि शिक्षाकर्मियों की मांग अभी भी अधूरी है। शिक्षाकर्मी चाहते हैं सरकार उन्हें सवैतनिक बीएड करने की अनुमति दे।
लेकिन शिक्षा विभाग का कहना है कि दो साल शिक्षाकर्मी स्कूल में पढ़ाए भी नहीं और उन्हें वेतन भी दे ये संभव नहीं। लिहाजा बीएड की अनिवार्यता को देखते हुए शिक्षाकर्मियों के लिए बिना वेतन लिए बीएड करने का आदेश जा रही किया गया। इस आदेश का शिक्षाकर्मियों ने तो स्वागत किया है लेकिन वे विरोध भी कर रहे हैं।
शालेय शिक्षाकर्मी संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि शिक्षाकर्मियों की ओर से प्रशिक्षण की मांग व उसकी उचित व्यवस्था निर्धारण का अनुरोध किया गया था, तभी अपर मुख्य सचिव ने वर्तमान में बीएड करने के लिए अवैतनिक अध्ययन अवकाश की स्वीकृति दी है. इस आशय का शासनादेश आज जारी किया गया है।इससे बीएड नियमित करने का रास्ता खुल गया है, किन्तु यह संवर्ग ऐसे ही अल्पवेतन भोगी है और अवैतनिक होने से उनका जीवकोपार्जन करना मुश्किल हो जाएगा जो मानवता और प्राकृतिक न्याय के भी खिलाफ है। इसलिए शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने शासन से मांग किया है कि जल्द ही सवैतनिक अध्ययन अवकाश का भी आदेश प्रसारित किया जावे। जिससे हमारे साथी शासन की मंशानुरूप बीएड या प्रशिक्षण प्राप्त कर सके।गौरतलब है कि 9 अगस्त को शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने अप्रशिक्षित शिक्षक पंचायत/ननि कोर कमिटी के द्वारा अपर मुख्यसचिव एम. के. राउत से अपनी मांगों के संदर्भ में जाकर मुलाकात किया था। मुलाकात के बाद दूसरे ही दिन पूरे प्रदेश से तीनों वर्गों में अप्रशिक्षितों की सूची अविलम्ब मंगाई गई है।
*NIOS से डीएलएड करने के लिए विभाग से आदेश जारी*
सभी साथियो को बधाई समय पर पंजीयन कराये और प्रशिक्षण प्राप्त करें।
अप्रशिक्षित शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिये स्कुल शिक्षा विभाग द्वारा ऑदेश जारी ।
16 अगस्त से 15 सितम्बर तक कर सकते हैं आवेदन ।
03 अक्टुबर से प्रारंभ होगा पाठ्यक्रम ।
प्रशिक्षण हेतु अंतिम अवसर ।
15 सितम्बर तक पंजीयन नहीं कराने वाले अप्रशिक्षितों पर कार्यवाही संंभव ।
लेकिन शिक्षा विभाग का कहना है कि दो साल शिक्षाकर्मी स्कूल में पढ़ाए भी नहीं और उन्हें वेतन भी दे ये संभव नहीं। लिहाजा बीएड की अनिवार्यता को देखते हुए शिक्षाकर्मियों के लिए बिना वेतन लिए बीएड करने का आदेश जा रही किया गया। इस आदेश का शिक्षाकर्मियों ने तो स्वागत किया है लेकिन वे विरोध भी कर रहे हैं।
शालेय शिक्षाकर्मी संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि शिक्षाकर्मियों की ओर से प्रशिक्षण की मांग व उसकी उचित व्यवस्था निर्धारण का अनुरोध किया गया था, तभी अपर मुख्य सचिव ने वर्तमान में बीएड करने के लिए अवैतनिक अध्ययन अवकाश की स्वीकृति दी है. इस आशय का शासनादेश आज जारी किया गया है।इससे बीएड नियमित करने का रास्ता खुल गया है, किन्तु यह संवर्ग ऐसे ही अल्पवेतन भोगी है और अवैतनिक होने से उनका जीवकोपार्जन करना मुश्किल हो जाएगा जो मानवता और प्राकृतिक न्याय के भी खिलाफ है। इसलिए शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने शासन से मांग किया है कि जल्द ही सवैतनिक अध्ययन अवकाश का भी आदेश प्रसारित किया जावे। जिससे हमारे साथी शासन की मंशानुरूप बीएड या प्रशिक्षण प्राप्त कर सके।गौरतलब है कि 9 अगस्त को शालेय शिक्षाकर्मी संघ ने अप्रशिक्षित शिक्षक पंचायत/ननि कोर कमिटी के द्वारा अपर मुख्यसचिव एम. के. राउत से अपनी मांगों के संदर्भ में जाकर मुलाकात किया था। मुलाकात के बाद दूसरे ही दिन पूरे प्रदेश से तीनों वर्गों में अप्रशिक्षितों की सूची अविलम्ब मंगाई गई है।
*NIOS से डीएलएड करने के लिए विभाग से आदेश जारी*
सभी साथियो को बधाई समय पर पंजीयन कराये और प्रशिक्षण प्राप्त करें।
अप्रशिक्षित शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिये स्कुल शिक्षा विभाग द्वारा ऑदेश जारी ।
16 अगस्त से 15 सितम्बर तक कर सकते हैं आवेदन ।
03 अक्टुबर से प्रारंभ होगा पाठ्यक्रम ।
प्रशिक्षण हेतु अंतिम अवसर ।
15 सितम्बर तक पंजीयन नहीं कराने वाले अप्रशिक्षितों पर कार्यवाही संंभव ।