राज्य सरकार एक ओर शिक्षा गुणवत्ता पर जोर दे रही है, वहीं दूसरी ओर जिले
के स्कूलों में हेड मास्टर के 605 पद रिक्त हैं। इन पदों पर किसी की
नियुक्ति नहीं हो रही। ऐसे में जिले के अधिकांश स्कूल प्रभारी हेड मास्टर
के भरोसे चल रहे हैं।
इस कारण न तो शिक्षकों की मॉनिटरिंग हो रही और न ही शिक्षा का स्तर सुधर रहा है। दो वर्ष पूर्व जिले के 27 शिक्षकों की पदोन्नति हेड मास्टर के पद पर की गई थी, इसके बाद से पदोन्नति भी नहीं हुई है। ज्यादातर शिक्षाकर्मी ही स्कूलों में हेडमास्टर का दायित्व निभा रहे हैं।
प्राथमिक शाला में हेडमास्टर के 836 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 508 खाली हैं। शिक्षा विभाग की मानें, तो रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है, पर बजट के अभाव के कारण नियुक्ति नहीं हो रही है। माध्यमिक शाला में हेड मास्टर के 420 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 99 पद खाली हैं। पालक मोहित साहू, गोपालन पटेल, देवधर देवांगन, भागवत साहू ने कहा कि सरकार शिक्षा गुणवत्ता पर जोर दे रही है, पर स्कूलों में प्राचार्यों की कमी है। यदि रिक्त पदों पर भर्ती होती है, तो जिले में सरकारी स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। साथ ही शिक्षकों की मॉनिटरिंग अच्छे से होगी। जिले में 51 हाई स्कूल एवं 101 हायर सेकेण्डरी स्कूल संचालित है। इन स्कूलों में प्राचार्यों के 152 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 70 पद खाली हैं। जिला मुख्यालय से लगे देमार, लोहरसी, कुर्रा समेत कई स्कूल प्रभारी प्राचार्याें के भरोसे चल रहे हैं।
प्रस्ताव बनाकर भेजा है
डीईओ पीकेएस बघेल ने कहा कि रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा गया है, पर कोई रिस्पांस नहीं आया है। पदोन्नति देकर 27 रिक्त पदों पर हेडमास्टरों की नियुक्ति की गई है।
वनांचल क्षेत्र के स्कूल ज्यादा प्रभावित
जिले के नगरी ब्लाक में प्राथमिक शालाओं में हेडमास्टर के सबसे ज्यादा पद खाली हैं। इस कारण इन क्षेत्रों के पालक कलेक्ट्रेट पहुंचकर अाए दिन स्थायी हेडमास्टरो की भर्ती की मांग करते हैं। नगरी ब्लाक में प्राथमिक में 321 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 127 कार्यरत व 194 पद खाली हैं। माध्यमिक स्कूलों में 117 स्वीकृत पदों में से 13 खाली हैं।
प्राथमिक शाला में इतने हेडमास्टर होने चाहिए
विकासखंड स्वीकृत कार्यरत खाली
पद
धमतरी 191 93 98
कुरुद 182 74 108
मगरलोड 142 34 108
नगरी 321 127 194
माध्यमिक शाला हेड मास्टर का सेटअप
विकासखंड स्वीकृत कार्यरत खाली
पद
धमतरी 126 94 32
कुरुद 109 74 35
मगरलोड 68 49 19
नगरी 117 104 13
इस कारण न तो शिक्षकों की मॉनिटरिंग हो रही और न ही शिक्षा का स्तर सुधर रहा है। दो वर्ष पूर्व जिले के 27 शिक्षकों की पदोन्नति हेड मास्टर के पद पर की गई थी, इसके बाद से पदोन्नति भी नहीं हुई है। ज्यादातर शिक्षाकर्मी ही स्कूलों में हेडमास्टर का दायित्व निभा रहे हैं।
प्राथमिक शाला में हेडमास्टर के 836 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 508 खाली हैं। शिक्षा विभाग की मानें, तो रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है, पर बजट के अभाव के कारण नियुक्ति नहीं हो रही है। माध्यमिक शाला में हेड मास्टर के 420 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 99 पद खाली हैं। पालक मोहित साहू, गोपालन पटेल, देवधर देवांगन, भागवत साहू ने कहा कि सरकार शिक्षा गुणवत्ता पर जोर दे रही है, पर स्कूलों में प्राचार्यों की कमी है। यदि रिक्त पदों पर भर्ती होती है, तो जिले में सरकारी स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। साथ ही शिक्षकों की मॉनिटरिंग अच्छे से होगी। जिले में 51 हाई स्कूल एवं 101 हायर सेकेण्डरी स्कूल संचालित है। इन स्कूलों में प्राचार्यों के 152 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 70 पद खाली हैं। जिला मुख्यालय से लगे देमार, लोहरसी, कुर्रा समेत कई स्कूल प्रभारी प्राचार्याें के भरोसे चल रहे हैं।
प्रस्ताव बनाकर भेजा है
डीईओ पीकेएस बघेल ने कहा कि रिक्त पदों पर भर्ती के लिए प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा गया है, पर कोई रिस्पांस नहीं आया है। पदोन्नति देकर 27 रिक्त पदों पर हेडमास्टरों की नियुक्ति की गई है।
वनांचल क्षेत्र के स्कूल ज्यादा प्रभावित
जिले के नगरी ब्लाक में प्राथमिक शालाओं में हेडमास्टर के सबसे ज्यादा पद खाली हैं। इस कारण इन क्षेत्रों के पालक कलेक्ट्रेट पहुंचकर अाए दिन स्थायी हेडमास्टरो की भर्ती की मांग करते हैं। नगरी ब्लाक में प्राथमिक में 321 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 127 कार्यरत व 194 पद खाली हैं। माध्यमिक स्कूलों में 117 स्वीकृत पदों में से 13 खाली हैं।
प्राथमिक शाला में इतने हेडमास्टर होने चाहिए
विकासखंड स्वीकृत कार्यरत खाली
पद
धमतरी 191 93 98
कुरुद 182 74 108
मगरलोड 142 34 108
नगरी 321 127 194
माध्यमिक शाला हेड मास्टर का सेटअप
विकासखंड स्वीकृत कार्यरत खाली
पद
धमतरी 126 94 32
कुरुद 109 74 35
मगरलोड 68 49 19
नगरी 117 104 13