दुर्ग। नईदुनिया प्रतिनिधि
चुनाव के चलते प्राचार्यो का समयमान वेतनमान अटक गया है। प्राचार्यो की रिकार्ड की जानकारी राज्य को भेजना है लेकिन शिक्षा विभाग में कर्मचारी चुनाव में व्यस्त हैं। हाल यह है कि राज्य ने जिला शिक्षा विभाग को चिट्ठी भेजी है कि जल्दी ब्योरा भेजो।
प्राचार्यो को प्रमोशन नहीं मिलने की स्थिति में पहले आठ साल और उसके बाद दूसरे आठ साल यानी 16 साल बाद दूसरा समयमान वेतनमान दिया जाना है। राज्य ने जिले से ऐसे प्राचार्य संवर्ग की जानकारी मांगी है ताकि उन्हें समयमान वेतनमान दिया जा सके। हाल यह है कि आचार संहिता के बाद विभागीय अमला चुनावी कार्य में व्यस्त हो गया है। विशेषकर शिक्षा विभाग के 70 प्रतिशत शिक्षक व कर्मचारी इस विधानसभा चुनाव में लगे हुए हैं। इसकी वजह से विभागीय कामकाम ठप पड़ा है। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दुर्ग जिले के प्राचार्यों का रिकार्ड मंगाया गया है। जानकारी के अभाव में राज्य द्वारा समयमान वेतनमान कितने प्राचार्यों को और किसे देना है यह तय करने में दिक्कतें आ रही हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए राज्य ने जिला शिक्षा विभाग को पत्र भेजकर यह कहा कि कि प्राचार्य संवर्ग को समयमान वेतनमान देने के लिए जानकारी जल्दी भेजी जाए।
जानकारी में देरी
प्राचार्य संवर्ग को समयमान वेतनमान का लाभ देना है। जानकारी नहीं आई है। विभाग को पत्र भेजकर जानकारी जल्दी भेजने कहा गया है।
एस. प्रकाश, संचालक लोक शिक्षण संचालनालय
चुनाव के चलते प्राचार्यो का समयमान वेतनमान अटक गया है। प्राचार्यो की रिकार्ड की जानकारी राज्य को भेजना है लेकिन शिक्षा विभाग में कर्मचारी चुनाव में व्यस्त हैं। हाल यह है कि राज्य ने जिला शिक्षा विभाग को चिट्ठी भेजी है कि जल्दी ब्योरा भेजो।
प्राचार्यो को प्रमोशन नहीं मिलने की स्थिति में पहले आठ साल और उसके बाद दूसरे आठ साल यानी 16 साल बाद दूसरा समयमान वेतनमान दिया जाना है। राज्य ने जिले से ऐसे प्राचार्य संवर्ग की जानकारी मांगी है ताकि उन्हें समयमान वेतनमान दिया जा सके। हाल यह है कि आचार संहिता के बाद विभागीय अमला चुनावी कार्य में व्यस्त हो गया है। विशेषकर शिक्षा विभाग के 70 प्रतिशत शिक्षक व कर्मचारी इस विधानसभा चुनाव में लगे हुए हैं। इसकी वजह से विभागीय कामकाम ठप पड़ा है। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दुर्ग जिले के प्राचार्यों का रिकार्ड मंगाया गया है। जानकारी के अभाव में राज्य द्वारा समयमान वेतनमान कितने प्राचार्यों को और किसे देना है यह तय करने में दिक्कतें आ रही हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए राज्य ने जिला शिक्षा विभाग को पत्र भेजकर यह कहा कि कि प्राचार्य संवर्ग को समयमान वेतनमान देने के लिए जानकारी जल्दी भेजी जाए।
प्राचार्य संवर्ग को समयमान वेतनमान का लाभ देना है। जानकारी नहीं आई है। विभाग को पत्र भेजकर जानकारी जल्दी भेजने कहा गया है।