जिले के स्कूलों में गणित-विज्ञान के शिक्षकों की व्यवस्था अब दूसरे जिलों
से होगी। इससे जुलाई में स्कूल खुलते ही इन मुख्य विषयों की पढ़ाई शुरु हो
जाएगी। शिक्षकों की व्यवस्था के लिए अन्य जिलों के अतिशेष शिक्षकों को
अस्थाई रुप से पदस्थ करने की तैयारी की जा रही है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने हाल ही में यह तैयारी की है। इसमें उन सभी स्कूलों की सूची मांगी गई है, जहां गणित, केमेस्ट्री, फिजिक्स, बायोलॉजी के शिक्षकों की कमी है। इसके अलावा पदोन्नति से भरने की स्थिति भी मांगा है। इसके बाद जो पद शेष बचेंगे।
इसके लिए कांकेर, बालोद, बेमेतरा, दुर्ग व आसपास के जिलों के शिक्षकों को अस्थाई पदस्थापना दी जाएगी। इन जिलों से अतिशेष शिक्षकों की संख्या भी बीते सत्र में जुटा ली गई थी, लेकिन तब न्यायालय में मामला होने के चलते इन शिक्षकों को दूसरे जिलों में पदस्थ नहीं किया जा सका। लेकिन अब कोर्ट से भी हरी झंडी मिलने के बाद विभाग ने शिक्षकों की व्यवस्था करने की तैयारी शुरु कर दी है।
जानकारी मुताबिक जुलाई के पहले ही सभी शिक्षकों को जिले के स्कूलों में पदस्थ कर दिया जाएगा। इससे शिक्षक विहीन स्कूल के बच्चों को बड़ी राहत मिल सकेगी। डीईओ बीएल कुर्रे ने बताया कि बीते साल भी शिक्षकों की व्यवस्था इसी तरह की गई थी, लेकिन न्यायालयीन प्रक्रिया के चलते वे वापस हो गए। नए सत्र में फिर से इसी तरह शिक्षकों की व्यवस्था की तैयारी शासन स्तर पर चल रही है। बताया गया कि आने वाले समय में पढ़ाई प्रभावित न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है। ताकि परिणाम में भी काफी हद तक सुधार हो सके।
रिक्त पदों की स्थिति
विषय रिक्त पद
अंग्रेजी 48
गणित 45
जीव विज्ञान 48
रसायन 51
फिजिक्स 72
ट्राइबल के ब्लाकों में
अंग्रेजी 53
गणित 54
फिजिक्स 28
जीव विज्ञान 41
नया फरमान, समय से पहले ही पूरा करना होगा कोर्स
शिक्षकों की व्यवस्था के अलावा स्कूल शिक्षा विभाग ने इस दफे समय से पहले कोर्स पूरा करने का भी फरमान जारी किया है। जिला 10वीं के परिणाम में 21वें पायदान पर रहा है। ऐसी कमजोर स्थिति वाले जिलों में शिक्षकों को मुख्य परीक्षा के 2 माह पहले कोर्स पूरा करने कहा गया है। इसके बाद अगले माह तक लगातार रिविजन की प्रक्रिया जारी रहेगी। हर तिमाही कोर्स की स्थिति भी विभाग को भेजनी होगी।
स्कूल शिक्षा विभाग ने हाल ही में यह तैयारी की है। इसमें उन सभी स्कूलों की सूची मांगी गई है, जहां गणित, केमेस्ट्री, फिजिक्स, बायोलॉजी के शिक्षकों की कमी है। इसके अलावा पदोन्नति से भरने की स्थिति भी मांगा है। इसके बाद जो पद शेष बचेंगे।
इसके लिए कांकेर, बालोद, बेमेतरा, दुर्ग व आसपास के जिलों के शिक्षकों को अस्थाई पदस्थापना दी जाएगी। इन जिलों से अतिशेष शिक्षकों की संख्या भी बीते सत्र में जुटा ली गई थी, लेकिन तब न्यायालय में मामला होने के चलते इन शिक्षकों को दूसरे जिलों में पदस्थ नहीं किया जा सका। लेकिन अब कोर्ट से भी हरी झंडी मिलने के बाद विभाग ने शिक्षकों की व्यवस्था करने की तैयारी शुरु कर दी है।
जानकारी मुताबिक जुलाई के पहले ही सभी शिक्षकों को जिले के स्कूलों में पदस्थ कर दिया जाएगा। इससे शिक्षक विहीन स्कूल के बच्चों को बड़ी राहत मिल सकेगी। डीईओ बीएल कुर्रे ने बताया कि बीते साल भी शिक्षकों की व्यवस्था इसी तरह की गई थी, लेकिन न्यायालयीन प्रक्रिया के चलते वे वापस हो गए। नए सत्र में फिर से इसी तरह शिक्षकों की व्यवस्था की तैयारी शासन स्तर पर चल रही है। बताया गया कि आने वाले समय में पढ़ाई प्रभावित न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है। ताकि परिणाम में भी काफी हद तक सुधार हो सके।
रिक्त पदों की स्थिति
विषय रिक्त पद
अंग्रेजी 48
गणित 45
जीव विज्ञान 48
रसायन 51
फिजिक्स 72
ट्राइबल के ब्लाकों में
अंग्रेजी 53
गणित 54
फिजिक्स 28
जीव विज्ञान 41
नया फरमान, समय से पहले ही पूरा करना होगा कोर्स
शिक्षकों की व्यवस्था के अलावा स्कूल शिक्षा विभाग ने इस दफे समय से पहले कोर्स पूरा करने का भी फरमान जारी किया है। जिला 10वीं के परिणाम में 21वें पायदान पर रहा है। ऐसी कमजोर स्थिति वाले जिलों में शिक्षकों को मुख्य परीक्षा के 2 माह पहले कोर्स पूरा करने कहा गया है। इसके बाद अगले माह तक लगातार रिविजन की प्रक्रिया जारी रहेगी। हर तिमाही कोर्स की स्थिति भी विभाग को भेजनी होगी।