रायपुर/ अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में शिक्षाकर्मियों की हड़ताल का हल होते नहीं दिख रहा है बल्कि मामला और उलझता नजर आ रहा है। न तो सरकार उनकी शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग मानने पर तैयार है और न शिक्षाकर्मी इससे कम पर काम पर लौटने को तैयार हैं।
इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि सरकार शिक्षाकर्मियों पर सख्त कार्रवाई कर सकती है। जानकारी के मुताबिक सरगुजा संभाग के तहत आने वाले जिलों में प्रोवेशन पीरियड पर चल रहे शिक्षाकर्मियों को नोटिस जारी करके फौरन काम पर लौटने को कहा गया है।
काम पर लौटें नहीं तो समाप्त होगी सेवा
साथ ही यह भी चेतावनी दी गई है कि अगर काम पर नहीं लौटे तो सेवा समाप्त कर दी जाएगी। इधर सरगुजा डीएम किरण कौशल ने मातृत्व अवकाश छोड़ सभी शिक्षाकर्मियों की छुट्टियों के आवेदन पर स्वीकृति को निरस्त कर दिया गया है।
शिक्षा विभाग में संविलियन, नियमित शिक्षकों की तरह समान काम को लेकर छत्तीसगढ़ में 21 तारीख से करीब डेढ़ लाख शिक्षाकर्मी हड़ताल पर है। माना जा रहा है यह कार्रवाई प्रदेश भर हड़ताल कर रहे शिक्षाकर्मियों पर भी की जा सकती है।
इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि सरकार शिक्षाकर्मियों पर सख्त कार्रवाई कर सकती है। जानकारी के मुताबिक सरगुजा संभाग के तहत आने वाले जिलों में प्रोवेशन पीरियड पर चल रहे शिक्षाकर्मियों को नोटिस जारी करके फौरन काम पर लौटने को कहा गया है।
काम पर लौटें नहीं तो समाप्त होगी सेवा
साथ ही यह भी चेतावनी दी गई है कि अगर काम पर नहीं लौटे तो सेवा समाप्त कर दी जाएगी। इधर सरगुजा डीएम किरण कौशल ने मातृत्व अवकाश छोड़ सभी शिक्षाकर्मियों की छुट्टियों के आवेदन पर स्वीकृति को निरस्त कर दिया गया है।
शिक्षा विभाग में संविलियन, नियमित शिक्षकों की तरह समान काम को लेकर छत्तीसगढ़ में 21 तारीख से करीब डेढ़ लाख शिक्षाकर्मी हड़ताल पर है। माना जा रहा है यह कार्रवाई प्रदेश भर हड़ताल कर रहे शिक्षाकर्मियों पर भी की जा सकती है।