शिक्षा व्यवस्था के नाम पर हुए तबादले के बाद शुरू हुआ विवाद अब खत्म हो
गया है। कलेक्टर ने आदेश जारी कर शिक्षा व्यवस्था के तहत 128 शिक्षकों के
तबादले का आदेश शून्य कर दिया है। इसके बाद शिक्षकों ने राहत की सांस ली
है। वहीं इन रिक्त पदों पर शिक्षण की जिम्मेदारी अब ट्यूटर्स संभालेंगे।
ट्यूटर्स की भर्ती भी पूरी कर ली है।
शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में प्रशासनिक कारणों के चलते शिक्षकों का तबादला किया गया था, इसके कुछ ही दिनों बाद फिर अतिशेष बताकर 128 शिक्षकों को व्यवस्था के नाम पर वनांचल के स्कूलों में जिम्मेदारी संभालने का आदेश जारी कर दिया गया। इस आदेश को प्रशासन की मनमानी बताकर शिक्षक संगठन विरोध में उतर गया। सहायक शिक्षक फेडरेशन छग के बैनर तले विरोध प्रदर्शन और धरना भी दिया गया। कई शिक्षकों ने अंत तक व्यवस्था के नाम पर दिए गए स्कूलों में ज्वाइनिंग नहीं की। ये शिक्षक अपने मूल शाला में भी नहीं लौट रहे थे।
फेडरेशन ने प्रभारी मंत्री को बताई थी समस्या
सहायक शिक्षक फेडरेशन छग के प्रदेश प्रवक्ता विकास मानिकपुरी ने बताया कि व्यवस्था का आदेश निरस्त होने के बाद शिक्षकों ने राहत की सांस ली है। वहीं शिक्षकों की मांग पर प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर और जिला प्रशासन के गंभीरता से किए गए विचार और निर्णय से शिक्षकों होने वाली दिक्कतें भी खत्म हो गई है।
वनांचल के स्कूलों के लिए भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली
वनांचल के जिन स्कूलों में शिक्षकों के कमी के चलते शिक्षा व्यवस्था का आदेश जारी किया गया था, वहां अब ट्यूटर अध्यापन की जिम्मेदारी संभालेंगे। शिक्षा विभाग के जरिए वनांचल के स्कूलों के लिए 150 ट्यूटरों की भर्ती प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है। भर्ती होने के बाद ही शिक्षा व्यवस्था का आदेश जारी किया गया।
शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में प्रशासनिक कारणों के चलते शिक्षकों का तबादला किया गया था, इसके कुछ ही दिनों बाद फिर अतिशेष बताकर 128 शिक्षकों को व्यवस्था के नाम पर वनांचल के स्कूलों में जिम्मेदारी संभालने का आदेश जारी कर दिया गया। इस आदेश को प्रशासन की मनमानी बताकर शिक्षक संगठन विरोध में उतर गया। सहायक शिक्षक फेडरेशन छग के बैनर तले विरोध प्रदर्शन और धरना भी दिया गया। कई शिक्षकों ने अंत तक व्यवस्था के नाम पर दिए गए स्कूलों में ज्वाइनिंग नहीं की। ये शिक्षक अपने मूल शाला में भी नहीं लौट रहे थे।
फेडरेशन ने प्रभारी मंत्री को बताई थी समस्या
सहायक शिक्षक फेडरेशन छग के प्रदेश प्रवक्ता विकास मानिकपुरी ने बताया कि व्यवस्था का आदेश निरस्त होने के बाद शिक्षकों ने राहत की सांस ली है। वहीं शिक्षकों की मांग पर प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर और जिला प्रशासन के गंभीरता से किए गए विचार और निर्णय से शिक्षकों होने वाली दिक्कतें भी खत्म हो गई है।
वनांचल के स्कूलों के लिए भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली
वनांचल के जिन स्कूलों में शिक्षकों के कमी के चलते शिक्षा व्यवस्था का आदेश जारी किया गया था, वहां अब ट्यूटर अध्यापन की जिम्मेदारी संभालेंगे। शिक्षा विभाग के जरिए वनांचल के स्कूलों के लिए 150 ट्यूटरों की भर्ती प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है। भर्ती होने के बाद ही शिक्षा व्यवस्था का आदेश जारी किया गया।