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Govt Jobs : Opening

बीएड के 1942 टीचर्स व कर्मचारियों का बनेगा यूनिक आइडी

बिलासपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
बीएड कॉलेजों में पढ़ाने वाले टीचर और कर्मचारियों का अब यूनिक आइडी बनेगा। आधार कार्ड से लिंक होगा। एक साथ दो या तीन कॉलेजों में नौकरी करने वाले टीचर पकड़े जाएंगे। फर्जीवाड़ा कर टीचर व कर्मचारियों को रखने वाला कॉलेज भी रडार में आ जाएगा। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) के इस कदम के बाद शिक्षा संस्थानों में हडकंप मच गया है।

अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय से संबद्ध संभाग में कुल 44 बीएड कॉलेज हैं। शासकीय उन्नत शिक्षा अध्ययन संस्थान को छोड़कर सभी निजी महाविद्यालय है। एनसीटीई ने निजी महाविद्यालयों में यूजीसी के परिनियम 28 के अंतर्गत की गई भर्ती में फर्जीवाड़ा को ध्यान में रखते हुए यूनिक आइडी बनाने का आदेश दिया है। संभाग के निजी कॉलेजों में लगभग 1942 फेकेल्टी नियुक्त है। एनसीटीई नियमों के मुताबिक प्रत्येक 100 छात्रों पर 16 फेकल्टी अनिवार्य किया गया है, जबकि प्रदेश के अधिकतर बीएड कॉलेजों में 100 छात्रों के लिए पांच से सात शिक्षक ही नियुक्त हैं। नियमों की औपचारिकता के लिए कुछ टीचर्स को केवल फैकल्टी पूरी करने के लिए संस्थान से जोडा जाता है। संभाग के कॉलेजों में कुछ वर्ष पहले ऐसे प्रकरण लगातार सामने आए हैं। जिसके बाद से अभी तक भर्ती और कार्यरत फैकेल्टी को लेकर कोई जांच पड़ताल नहीं की गई है। ऐसे में अब माना जा रहा है कि यूनिक आइडी के बाद इस पर पूरी तरह से लगाम लगेगा।
शिक्षा महाविद्यालयों पर नजर
बीएड कॉलेज-44
सरकारी-01
प्राइवेट-43
फैकेल्टी-1942
टीचिंग-950
नॉन टीचिंग-992
कॉलेजों की मनमानी
पुराने मान्यता पर चल रहे संभाग के कॉलेज
बुनियादी सुविधा का काफी अभाव मिलेगा
लैब,पुस्तकालय, भवन, फेकल्टी की कमी
वन टाइम मान्यता नियम के बाद दिखा डर
आ चुका है प्रकरण सामने
तीन साल पहले जांजगीर जिले के एक कॉलेज में प्रकरण भी सामने आ चुका है। ऐसे में एक शिक्षक एक कॉलेज में पढ़ाता है, लेकिन उसका नाम दो से तीन कॉलेजों में फैकल्टी के तौर पर दर्शाया जाता है। ऐसे छेरो शिकायत एनसीटीई को मिली। जिसके बाद कॉलेजों से ऑनलाइन परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) मंगाने का प्रावधान किया। इस रिपोर्ट में ऐसे शिक्षक चिन्हित हो जाएंगे जो दो से तीन बीएड कॉलेजों में बतौर फैकेल्टी नियुक्त हैं। जिस शिक्षक की यूनिक आइडी अप्रेजल रिपोर्ट में नहीं होगी, उसे पात्र नहीं माना जाएगा।
एनसीटीई ने पीएआर मांगा है। दिसंबर तक डेडलाइन है। बीएड कॉलेज के फैकेल्टी के लिए यूनिक आइडी बनेगा। गड़बड़ी करने वाला टीचर या कॉलेज पकड़ में आ जाएगा। नियुक्त टीचर व कर्मचारियों का डाटा हमारे पास है। पारदर्शिता लाने कदम उठाया गया है।
प्रो.जीडी शर्मा
कुलपति,अटल बिहारी वाजपेयी विवि

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