बिलासपुर- .छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सहायक शिक्षक फेडरेशन प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा का कहना है कि सरकार ने भी माना लिया है कि वर्ग तीन की वेतन विसंगति है …. वर्ग तीन की वेतन विसंगति पर शासन के 15 जनवरी वाले आश्वासन पर निगाहें टिकी हुई है. लेकिन सहायक शिक्षक फेडरेशन शासन के आश्वसन के भरोसे नही चलता है ….. संगठन हक की लड़ाई के लिए मजबूत हो रहा है….. संगठन को मजबूत करने और सहायक शिक्षको की मांगों को लेकर आगे की रणनीतिक एजेंडा शिक्षको के समक्ष रखने के लिए अपने पूर्व निर्धारित प्रदेश स्तरीय दौरे मे बिलासपुर (Bilaspur) आये सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने जिले के सहायक शिक्षको के बीच उपस्थित होकर संगठन में नया जोश भरा.
जानकारी देते हुए शिक्षक नेता अश्वनी कुर्रे ने बताया कि कुर्मी छात्रावास सरकंडा में आयोजित हुई बैठक में यह चर्चा हुई कि प्रदेश में वर्ग तीन वेतन विसंगति का शिकार शासन की नीतियों की वजह से है. वेतन विसंगति पर सरकार द्वारा मांगो पर सार्थक पहल नहीं किया गया तो सहायक शिक्षक शांत नही रहने वाले है.
मनीष मिश्रा ने कार्यक्रम में शिक्षकों से कहा है कि अगले 15 तारीख तक वेतन विसंगति पर सरकार द्वारा मांगो पर सार्थक पहल नहीं किया जाता है उक्त स्थिति में 10 दिवस दिवस के बाद आंदोलन का कार्यक्रम बनाया जाएगा.
कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि फेडरेशन वर्ग 3 का है और हमारा संख्या 109000 है हम एकजुट रहे तो सरकार को हमारा हक अधिकार देना पड़ेगा. प्रांतीय महामंत्री रंजीत बनर्जी व प्रदेश सचिव अनुशासन प्रभारी अश्वनी कुर्रे ने संयुक्त रूप से बताया कि वर्ग तीन 23 साल से छले जा रहे हैं पुराने संगठनो के कारण हमारा दुर्गति हुई है हम वर्ग तीन के हितों की रक्षा के लिए दिन रात एक करेंगे. जब सरकार ने वेतन विसंगति की बात स्वीकार कर लिया है तो हम इस मंच के माध्यम से सरकार से आग्रह करेंगे कि हमारी जो वर्ग 3 की वेतन विसंगति की समस्या है उसे तत्काल दूर करें और वर्ग 3 को न्याय प्रदान करें.
फेडरेशन के बिलासपुर (Bilaspur) जिलाध्यक्ष डीएल पटेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सहायक शिक्षक फेडरेशन केवल और केवल एक ही मांग वेतन विसंगति पर निदान हो और एकरूपता ही मांग पत्र सरकार को सौंपा जाय.आज के कार्यक्रम में प्रदेश महासचिव कौशल अवस्थी, प्रदेश प्रवक्ता बसंत कौशिक, ब्लाक अध्यक्ष संजय कौशिक, अशोक कुर्रे, प्रमोद कीर्ति, राजकुमार कोरी तथा जिला पदाधिकारी में वीरेंद्र यादव, संतोष गढेवाल,संतोष बंजारे, ठाकुर करण सिंह, कृष्णा कौशिक, बालमुकुंद शर्मा, अरुण प्रजापति, विकास कायरवार, परदेसी निर्मलकर, सुखचंद कोशले,राजेश ठाकुर,राजेश दुबे,मोती लाल सेन, रामजी चतुर्वेदी, पुरेंद्र बरगाह,तामेस्वर सन्नाड,सुनेत्री स्वर्णकार,मीरा देवांगन,भगवती विष्वकर्मा, प्रीति चंद्रवंशी, श्रद्धा दीक्षित, आभा श्रीवास्तव, मोनालिसा गुप्ता आदि शिक्षक उपस्थित थे.