रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच सियासी तकरार कम होने का नाम रहीं ले रही है. एक दिन पहले ही ही मूर्ख वाले बयान पर घिरे भूपेश बघेल ने एक बार फिर भाजपा नेता रमन सिंह के लम्बे कार्यकाल की तुलना में अपने दो साल के कामों को बेहतर बताते हुए पूछा है कि वह 15 सालों तक सीएम रहे उन्हेंने युवाओं के लिए क्या किया. 1998 के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती हुई है. उन्होंने उद्योग पर वैन लगा दिया था हम राज्य में रोजगार के लिए उद्योग ला रहे हैं.
यह बयान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा द्वारा छत्तीगढ़ सरकार के कार्यों पर उठाए जा रहे सवालों पर दिया है. कल ही भूपेश बघेल ने रमन सिंह को लेकर पत्रकारों से पूछे गए सवाल पर उन्हें मूर्ख कह दिया था. इसके बाद सोमवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मानसिक इलाज करवाने की नसीहत देकर सियासी गर्माहट पैदा कर दी थी. इसके बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही ओर से बयानों के तीरों ने राजनीति गर्म कर दी है.
रमन सिंह 15 साल राज्य के मुख्यमंत्री रहे, उन्होंने युवाओं के लिए क्या किया? 1998 के बाद पहली बार शिक्षकों की भर्ती हुई है। उन्होंने उद्योग पर बैन लगा दिया था, हम राज्य में रोज़गार के लिए उद्योग लगा रहे हैं। रमन सिंह केवल भावनात्मक बात करते हैं: भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री pic.twitter.com/XuhZcdDXFC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 12, 2021
सोमवार को दोनों तरफ से इस तरह चले बयानों के तीर
सोमवार को रायपुर की पुलिस लाइन में सीएम बघेल से जब पत्रकारों ने पूछा कि डॉ रमन सिंह का आरोप है कि उनके कार्यकाल में कभी बारदाने की कमी की वजह से धान खरीदी प्रभावित नहीं हुई. इस पर झुंझलाए सीएम बघेल ने कह दिया 'डॉ रमन मूर्खों जैसी बातें न करें.' इसी बयान के जवाब में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि डॉ. रमन पर टिप्पणी 'सत्तावादी अहंकार की पराकाष्ठा है.' भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- 'भाजपा आज सत्ता में भले न हो, लेकिन लोगों के दिलों में रमन सिंह आज भी राज करते हैं. यह भाषा एक अहंकारी मुख्यमंत्री की है, जो इस मानसिक असंतुलन के तुरंत इलाज की जरूरत को दर्शा रही है.'