रायपुरः नियमितीकरण की मांग कर रहे विद्या मितान (अनियमित शिक्षक) विधानसभा का घेराव करने पहुंचे, इस दौरान विद्या मितानों ने बघेल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विधानसभा की तरफ बड़ रहे विद्या मितानों को पुलिस ने बीच में ही रोक लिया, जिससे विद्या मितानों और पुलिस की बीच झड़प हो गयी. आक्रोशित हुए विद्या मितानों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया. इस दौरान कई महिला विद्या मितानों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल ले जाने की नौबत भी आई, जिससे यहां काफी देर तक तनाव की स्थिति बनी रही.
लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं विद्या मितान
दरअसल, लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे विद्या मितानों का कहना है
कि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने सत्ता में आने पर उनसे से
नियमितीकरण का वादा किया था, जिसे अब कांग्रेस सरकार को पूरा करना चाहिए.
बीते 63 दिनों में सरकार के किसी प्रतिनिधि ने विद्या मितानों से बातचीत
नहीं की है. जिससे विद्या मितानों का कहना है कि सरकार भले ही नियमितिकण की
घोषणा ना करे, लेकिन कम से कम हमें लिखित आश्वासन तो देना चाहिए.
60 दिन से धरने पर बैठे हैं विद्या मितान
विद्या मितान शिक्षक पिछले 60 दिनों से राजधानी रायपुर में धरने पर बैठे
थे, लेकिन जब सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया तो 28 दिसंबर को विधानसभा
घेराव करने की रणनीति बनाई गयी. विद्या मितानों के इस प्रदर्शन को
शिक्षाकर्मी शिक्षकों ने भी समर्थन दिया. बड़ी संख्या में विधानसभा का
घेराव करने पहुंच रहे विद्या मितानों को पुलिस ने विधानसभा पहुंचने के पहले
ही रोक दिया. काफी देर तक धक्का-मुक्की होती रही फिर सड़क पर ही
प्रदर्शनकारी धरने पर बैठ गए.
स्कूल बंद होने हो रही परेशानी
विद्या मितानों का कहना है कि उन्हें नियमित शिक्षक की तरह नौकरी दी जाए.
लंबे वक्त से स्कूल बंद होने की वजह से हम सभी शिक्षक बेरोजगार हैं.
कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के वक्त नियमितिकरण का वादा भी किया था. लेकिन
सरकार बनने के दो साल बाद भी वादा पूरा नहीं हुआ है. स्कूल बंद होने की वजह
से उन्हें हर दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में
सरकार को उनकी तरफ ध्यान देना चाहिए.
विपक्ष ने भी किया प्रदर्शन
वही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी सरकार पर जमकर निशाना
साधा. नेता प्रतिपक्ष ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए सरकार पर विद्या
मितानों के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाया. विपक्ष की तरफ से कहा गया कि
सरकार यह भी नहीं बता रही कि प्रदेश में विद्या मितानों को अतिथि शिक्षक के
तौर पर रखा भी गया है या नहीं. अब तक एक भी विद्यामितान को सरकारी नौकरी
नहीं दी गयी है. यह सरकार केवल वादाखिलाफी कर रही है.
पिछले 5 घंटे से धरने पर बैठे हैं विद्या मितान
वही विधानसभा का घेराव करने निकले विद्या मितानों को पुलिस ने धरना स्थल पर
ही रोक दिया और विद्या मितान वहीं धरने पर बैठ गए हैं. 4 घंटे से भी
ज्यादा का वक्त बीत चुका है और विद्या मितानों का धरना जारी है. उनका कहना
है कि यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार की तरफ से कोई लिखित आश्वासन
नहीं मिलता या कोई प्रतिनिधि उनसे मुलाकात करने नहीं पहुंचता है. विद्या
मितानों के प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब पर बड़ी
संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.