कवर्धा (नईदुनिया न्यूज)। प्रदेश में वर्तमान सरकार का तीसरा बजट पेश होने जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जिस तरह से जनघोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करना प्रारंभ किया है, उससे शिक्षक संवर्ग की उम्मीद बढ़ गई है। छग टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमेश कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले जारी जनघोषणा पत्र 2018 में पदोन्नति से वंचित शिक्षाकर्मियों को क्रमोन्नत वेतनमान देने, सभी लंबित अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों का तत्काल निराकरण करने, सी।पी।एफ। पर विचार कर 2004 के पूर्व में जो पेंशन योजना थी उसे लागू करने हेतु कार्यवाही करने का स्पष्ट
उल्लेख है।
संविलियन से पहले शिक्षाकर्मी पद पर कार्यरत रहे शिक्षक एलबी संवर्ग का सही वेतन निर्धारण नहीं होने व क्रमोन्नति का लाभ नहीं दिए जाने से भरी वेतन विसंगति का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में ढाई हजार से अधिक मृत शिक्षाकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति का अभी भी इंतजार है। इसके साथ ही सेवानिवृत्ति के कगार पर खड़े सैकड़ों शिक्षक एलबी संवर्ग को पेंशन की पात्रता नहीं होने के कारण भविष्य की चिंता सता रहा है। प्रदेश कांग्रेस ने जनघोषणा पत्र 2018 में इन सभी मुद्दों के समाधान का वादा किया है। अब वादों को पूरा करने हेतु प्रदेश में कार्यरत लगभग डेढ़ लाख शिक्षक संवर्ग व उनके दस लाख परिजनों की निगाहें राज्य सरकार के मुखिया द्वारा आज प्रस्तुत किए जाने वाले बजट पर रहेगा।
पिछले बजट में संविलियन का वादा किया था पूरा : एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमेश कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पिछले साल अपना दूसरा बजट पेश करते हुए जनघोषणा पत्र 2018 में शिक्षाकर्मियों के लिए किए गए वादों में से एक महत्वपूर्ण वादा दो वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षाकर्मियों का संविलियन करने का निर्णय लिया था। सरकार के इस निर्णय से जिले के 471 शिक्षाकर्मियों को स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षक एलबी संवर्ग में संविलियन का लाभ मिला था, जिसमें 246 व्याख्याता, 21 शिक्षक व 204 सहायक