राजनांदगांव.
कांकेर जिले में पदस्थ रहे 132 शिक्षाकर्मी वर्ग-3 को अतिशेष बताते हुए
सालभर पहले राजनांदगांव स्थानांतरित कर दिया गया था। इन शिक्षाकर्मियों की
ड्यूटी उन स्कूलों में लगाई गई थी, जहां शिक्षकों की कमी है या फिर
शिक्षकविहीन है।
स्थानांतरित किए गए शिक्षाकर्मी कांकेर जिला पंचायत के निर्णय के विरुद्ध कोर्ट चले गए थे। कोर्ट ने उन्हें वापस कांकेर भेजने का फैसला दिया है।
जिला पंचायत ने रिलीव कर दिया
कोर्ट से आदेश जारी होते ही राजनांदगांव जिला पंचायत ने इन शिक्षाकर्मियों को रिलीव कर दिया है। इसके चलते अब यहां एकल शिक्षकीय स्कूलों में अध्यापन व्यवस्था लडख़ड़ा सकती है। नया शिक्षा सत्र शुरू होते ही कलक्टर मुकेश बंसल ने अध्यापन व्यवस्था सुचारू रखने के लिए दर्ज संख्या के हिसाब से स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था करने निर्देश दिए थे।
अब ऐसी स्थिति में व्यवस्था चौपट
इस हिसाब से डीईओ ने सभी बीईओ से सूची मंगाकर लगभग 402 शिक्षकों को शिक्षकों की कमी वाले व एकल शिक्षकीय स्कूलों में पदस्थ कर दिया था। कांकेर से आए शिक्षाकर्मियों की ड्यूटी भी इस व्यवस्था के तहत मानपुर, मोहला, अंबागढ़ चौकी, छुरिया, छुईखदान सहित आउटर के अन्य एकल शिक्षकीय स्कूलों में ड्यूटी लगाई गई थी। अब ऐसी स्थिति में व्यवस्था चौपट हो जाएगी।
अधिकार नहीं, फिर भी तबादला
कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि जिला पंचायत को जिला स्तर पर नियुक्त हुए शिक्षाकर्मियों को दूसरे जिले में स्थानांतरित करने का अधिकार नहीं है। इसलिए राजनांदगांव जिला पंचायत ने कोर्ट का आदेश आते ही शिक्षाकर्मियों को तत्काल रिलीव कर दिया है।
रिलीव किया गया
सीईओ जिला पंचायत चंदन कुमार ने बताया कि शिक्षाकर्मी हाईकोर्ट चले गए थे। कोर्ट ने इन शिक्षाकर्मियों को वापस कांकेर भेजने निर्देश दिए हैं। इस आधार पर शिक्षाकर्मियों को रिलीव कर दिया गया है।
स्थानांतरित किए गए शिक्षाकर्मी कांकेर जिला पंचायत के निर्णय के विरुद्ध कोर्ट चले गए थे। कोर्ट ने उन्हें वापस कांकेर भेजने का फैसला दिया है।
जिला पंचायत ने रिलीव कर दिया
कोर्ट से आदेश जारी होते ही राजनांदगांव जिला पंचायत ने इन शिक्षाकर्मियों को रिलीव कर दिया है। इसके चलते अब यहां एकल शिक्षकीय स्कूलों में अध्यापन व्यवस्था लडख़ड़ा सकती है। नया शिक्षा सत्र शुरू होते ही कलक्टर मुकेश बंसल ने अध्यापन व्यवस्था सुचारू रखने के लिए दर्ज संख्या के हिसाब से स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था करने निर्देश दिए थे।
अब ऐसी स्थिति में व्यवस्था चौपट
इस हिसाब से डीईओ ने सभी बीईओ से सूची मंगाकर लगभग 402 शिक्षकों को शिक्षकों की कमी वाले व एकल शिक्षकीय स्कूलों में पदस्थ कर दिया था। कांकेर से आए शिक्षाकर्मियों की ड्यूटी भी इस व्यवस्था के तहत मानपुर, मोहला, अंबागढ़ चौकी, छुरिया, छुईखदान सहित आउटर के अन्य एकल शिक्षकीय स्कूलों में ड्यूटी लगाई गई थी। अब ऐसी स्थिति में व्यवस्था चौपट हो जाएगी।
अधिकार नहीं, फिर भी तबादला
कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि जिला पंचायत को जिला स्तर पर नियुक्त हुए शिक्षाकर्मियों को दूसरे जिले में स्थानांतरित करने का अधिकार नहीं है। इसलिए राजनांदगांव जिला पंचायत ने कोर्ट का आदेश आते ही शिक्षाकर्मियों को तत्काल रिलीव कर दिया है।
रिलीव किया गया
सीईओ जिला पंचायत चंदन कुमार ने बताया कि शिक्षाकर्मी हाईकोर्ट चले गए थे। कोर्ट ने इन शिक्षाकर्मियों को वापस कांकेर भेजने निर्देश दिए हैं। इस आधार पर शिक्षाकर्मियों को रिलीव कर दिया गया है।