रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आज 15 अगस्त के भाषण में कोई खास बात रही तो स्कूल शिक्षा को लेकर रही। उन्होंने 10 हजार शिक्षकों की भर्ती का ऐलान किया। इसके अलावा प्रदेश में उन्होंने स्वामी आत्मानंद स्कूलों की संख्या बढ़ाकर 422 करने का ऐलान किया। इनमें 252 स्कूल सरगुजा और बस्तर के होंगे। यह पहला मौका होगा, जब स्कूल शिक्षा को मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में उन्होंने प्रमुखता दिया। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से स्कूल शिक्षा में नई क्रांति आएगी।
छत्तीसगढ़ के सबसे तेज और विश्वसनीय न्यूज वेबसाइट एनपीजी न्यूज ने इसका डिटेल जानने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ0 आलोक शुक्ला से बात की। एनपीजी के एक सवाल के जवाब में डॉ. शुक्ला ने बताया, मुख्यमंत्री ने 10 हजार नए शिक्षकों की भर्ती करने का ऐलान किया है, उसके तहत सहायक शिक्षक और शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसमें व्याख्याता शामिल नहीं होंगे। उनके लिए बाद में वैंकेंसी निकाली जाएगी। भर्ती की प्रक्रिया के बारे में प्रमुख सचिव ने कहा कि देखते हैं भर्ती व्यापम के जरिये किया जाए या किसी और माध्यम से। 10 हजार नए शिक्षकों की भर्ती कहां के लिए की जाएगी इस बारे में उन्होंने खुलकर नहीं बताया मगर ये जरूर कहा कि सरकार की कोशिश होगी कि सबसे पहले बस्तर और सरगुजा के स्कूलों में शिक्षकों की कंप्लीट सेटअप तैयार हो जाए। याने इस भर्ती के बाद बस्तर और सरगुजा के स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं रहेगी।
जाहिर है, छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक इन्हीं दोनों संभागों के स्कूल एकल शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं। दरअसल, दूरस्थ इलाकों में स्कूल होने के कारण कोई वहां जाना नहीं चाहता। भर्ती हो भी जाती है तो ज्वाईन नहीं करते। और ज्वाईन कर भी लेते हैं तो शुरू दिन से ट्रांसफर के जुगत में लग जाते हैं।